Millet kya hai और क्यों इनको महत्व दिया जाता है [Millet meaning in hindi] अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष 2023
मिलेट्स एक तरह के विभिन्न प्रकार के अनाजों का ही मिश्रण होता है मोटे अनाज (Millet) न्यूट्रिएंट्स से भरपूर होते हैं Millets को खाने से हमें किसी तरह के मिनरल्स, विटामिन, खनिज आदि को सप्लीमेंट्स के रूप में लेने की जरूरत नहीं रहती है क्योंकि मिलेट में सभी तरह के पोषक तत्व होते है जानते है ये मिलेट्स क्या है (What is millet in hindi) और क्यों इन Millets को इतना महत्व दिया जाता है।
Table of Contents
भारत में तथा विश्व के कई देशों जैसे अफ्रीका, नाइजीरिया के साथ-साथ एशियाई देशों में उगाये जाने वाले मोटे अनाज ही Millet कहलाते हैं। मिलेटस की श्रेणी में आने वाले ज्यादातर अनाज सकारात्मक अनाज की श्रेणी में आते है इसलिए यह पोषक तत्वों और औषधीय गुणों का भंडार माने जाते है।
मिलेट्स एक प्राचीन अनाज है तथा यह अन्य अनाजों की श्रेणी में आने वाली फसलों के मुकाबले कम पानी में अच्छी पैदावार देने और कीटाणु रौधी फसलें होती है Millet में अनेक प्रकार के फायदेमंद न्यूट्रिएंट्स और चिकित्सकीय गुण मौजूद होते हैं।
मिलेट्स क्या है / What is millet in hindi
ऐसे अनाज जिनमें शरीर के लिए आवश्यक सभी तरह के पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हों और साथ ही जिनमे भरपूर मात्रा में चिकित्सकीय गुण भी मौजूद हो यानि रोगों से बचाने या रोगों को दूर करने के गुण पाए जाते हो वह सभी तरह के अनाज मिलेट्स की श्रेणी में आते है यानि मिलेट्स कहलाते हैं।
अनाजों को मुख्य रूप से तीन भागों में विभाजित किया गया है नेगटिव अनाज, न्यूट्रल अनाज और पॉजिटिव अनाज
मोटे अनाज यानी मिलेट्स में मौजूद अधिकतर अनाज पॉजिटिव अनाज की श्रेणी में आते हैं कुछ एक अनाज न्यूट्रल अनाज की श्रेणी में आते हैं इसलिए इन्हें मिलेट्स कहा जाता है।
सभी तरह के मिलेट्स ग्लूटेन फ्री होते हैं इसलिए इनका इस्तेमाल स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है मिलेट्स एंटीऑक्सीडेंट्स का भरपूर स्रोत होने के साथ-साथ यह एंटी एसिड भी होते हैं।
इसके अलावा सभी तरह के मिलेट्स एंटी एजिंग गुणों से भरपूर होने के कारण इनको अपनी नियमित डाइट में शामिल करके उम्र बढ़ने के प्रभाव को कम किया जा सकता है।
इन्हे भी पढ़ें –
मिलेट्स खाने के स्वास्थ्य लाभ : Benefits of millet in hindi
नियमित तौर पर मोटे अनाज खाने से ब्लड शुगर के स्तर में कमी आती है इसके साथ ही मिलेट ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने, पेट के रोग, डायरिया, कब्ज, अपच, गैस्ट्रिक अल्सर जैसी समस्याओं से राहत दिलाने के साथ साथ कॉलोन कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी के खतरे को भी कम करने में मददगार होते हैं।
अपनी डाइट में मिलेट्स को शामिल करने से शरीर का वजन भी नियंत्रित रहता है तथा शरीर में आवश्यक पोषक तत्वों की भी आसानी से पूर्ति होती है क्योंकि सभी तरह के मिलेट्स फाइबर, प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस जैसे अनेक तत्वों से भरपूर होते हैं।
इसलिए नियमित तौर पर मिलेट्स खाने से शरीर में तमाम तरह की बिमारियों का खतरा कम करके हमेशा स्वस्थ और निरोगी रह सकते है साथ ही सभी प्रकार के मिलेट्स में चिकित्सीय गुण मौजूद होने के कारण इन Millet का इस्तेमाल करके शरीर में होने वाली सामान्य बिमारियों का उपचार भी आसानी से किया जा सकता है।
श्री अन्न योजना – Millet Revolution
कोरोना काल के बाद लोगों में सेहत को लेकर काफी जागरूकता पैदा हुई है आजकल लोग अनियंत्रित खानपान और जीवनशैली में बदलाव के कारण उत्पन्न हुई बीमारियों से काफी परेशान है और प्राचीन संस्कृति की और लौट रहे हैं
क्योंकि आजकल खानपान की आदतों व संस्कृति में काफी बदलाव आ चुका है इसलिए आज के समय भारत में मोटे अनाज की मांग में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है।
मोटे अनाजों के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए ‘श्री अन्न योजना ‘ की शुरुआत की गई है क्योंकि भारत में मिलेट्स के उत्पादन को बढ़ाकर देश को मिलेट्स का वैश्विक केंद्र बनाने की योजना पर काम हो रहा है।
मिलेट्स में आने वाले मुख्य अनाज : Type of millets in hindi
श्री अन्न योजना के अंतर्गत मिलेट्स की श्रेणी में मुख्य रूप से बाजरा, ज्वार, रागी, कंगनी, साँवा, चीना, कोदो, कुटकी जैसे अनाजों को शामिल किया गया है क्योंकि यह सभी अनाज पोषक तत्वों से भरपूर होने के साथ-साथ औषधीय गुणों से भी भरपूर होते हैं।
अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष : International millets year 2023
इसलिए संयुक्त राष्ट्र ने भी भारत के प्रस्ताव पर वर्ष 2023 को इंटरनेशनल मिलेट्स ईयर यानि International year of millets -2023 के रूप में घोषित किया है।
मिलेट्स ऐसे अनाज होते हैं जो किसान के मित्र होते हैं और यह बहुत ही कम परिश्रम और कम लागत में भी अच्छा उत्पादन देते हैं।
साथ ही यह आज के समय हो रहे जलवायु परिवर्तन से भी आसानी से प्रभावित नहीं होते तथा ये अनाज बिना उर्वरक और किसी भी तरह की मिट्टी में भी अच्छी उपज दे सकते हैं।
मिलेट्स को आज के समय बढ़ते कुपोषण की समस्या से राहत दिलाने का एकमात्र उपाय के रूप में देखा जाता है।
पिछले हजारों सालों से हमारे पारंपरिक भोजन का हिस्सा मोटे अनाज रहे हैं हमारे खानपान की समृद्ध विरासत सिंधु घाटी की सभ्यता से ही चली आ रही है प्राचीनतम अनेकों गर्न्थो में भी Millets यानि मोटे अनाजों का विवरण मिलता है।
मिलेट का महत्व : Importance of millets
मानव स्वास्थ्य की दृष्टि से मिलेट्स अत्यंत उपयोगी माने जाते हैं क्योंकि इनमें अनेक पोषक तत्व जैसे प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, जिंक, कॉपर, आयरन आदि खनिजों और कार्बोहाइड्रेट, एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिंस आदि उच्च मात्रा में मौजूद होते हैं।
हम जो भी खाते हैं उसका ज्यादातर ही हिस्सा हमारे पेट में जाकर ग्लूकोज में परिवर्तित होकर ब्लड में मिल जाता है जो शुगर का ही एक रूप होता है।
आज के आधुनिक दौर में खाए जाने वाले गेहूं चावल जैसे अनाजों की तुलना में मिलेट्स सेहत के लिए इसलिए गुणकारी है क्योंकि इनके ग्लूकोज में बदलने की प्रक्रिया काफी धीमी होती है साथ ही यह ग्लूटोन मुक्त होने के कारण अनेक रोगों से बचाते हैं।
क्योंकि इनका ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम होता है। मिलेट्स पर्यावरण के लिए भी उपयोगी होते हैं क्योंकि इन में कार्बन उत्सर्जन बहुत कम होता है।
इसलिए आजकल हर तरफ मिलेट्स की चर्चा हो रही है और लोगों को इन्हे खाने की सलाह दी जाती है क्योंकि इनके अनगिनत स्वास्थ्य लाभ है और किसानों को इन्हे उगाने की सलाह दी जाती है क्योंकि मिलेट्स की मांग बढ़ने और इनका निर्यात होने से किसानों की आय में वृद्धि होगी।
इसलिए आज से हीं मिलेट्स को अपनी डाइट में शामिल करें और अपने स्वास्थ्य के साथ साथ पर्यावरण को भी शुद्ध करें और देश की आर्थिक स्थिति को सुधारने में अपना योगदान दें।
मिलेट्स ही क्यों खाएं : Why eat millets only
आज के समय सम्पूर्ण विश्वभर में मिलेट्स काफी चर्चा का विषय बने हुए है क्योंकि सभी प्रकार के मिलेट्स सेहत के लिए अमृत समान माने जाते है और इनमें हमारी बॉडी के लिए आवश्यक सभी प्रकार के पोषक तत्व प्रमुखता से पाए जाते है।
हमारे द्वारा नियमित उपयोग में लिए जाने वाले अनाजों को मुख्यतः तीन भागों में विभाजित किया गया है जैसे नेगेटिव अनाज, न्यूट्रल अनाज और पॉजिटिव अनाज।
मिलेट्स में मौजूद लगभग सभी तरह के अनाज पॉजिटिव अनाज यानि सकारात्मक अनाज की श्रेणी में आते हैं। इसलिए इनको खाने से शरीर को सभी प्रकार के पोषक तत्व प्राप्त होते हैं। साथ ही सभी प्रकार के मिलेट्स ग्लूटेन फ्री होने के कारण सेहत के लिए फायदेमंद साबित होते हैं।
मिलेट का नियमित सेवन करने से शरीर में बीमारियों का ख़तरा कम होता है। इसलिए मिलेट्स को अपनी नियमित डाइट में शामिल करने की सलाह दी जाती है।
FAQs
Q1. मिलेट्स फूड क्या है?
मिलेट अनाज में बाजरा एक ऐसा अनाज जिसका एशिया के विकसित देशों और अफ्रीका में इसका इस्तेमाल व्यापक रूप से किया जाता है। पोषण की दृष्टि से सभी प्रकार के मिलेट्स का अपना एक महत्व होता है। इसलिए मिलेट में मौजूद सभी अनाज पौष्टिकता से भरपूर और स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं लेकिन बाजरे की सुपरफूड माना जाता है।
Q2. मिलेट्स का उपयोग कैसे करें?
शरीर को हमेशा फिट और तंदुरुस्त रखने के लिए अपनी नियमित डाइट में मोटे अनाज को शामिल करना काफी फायदेमंद साबित होता है लेकिन इनका उपयोग अलग अलग मौसम के अनुसार भिन्न भिन्न प्रकार से किया जाता है। मिलेट्स का उपयोग काफी तरह की रेसिपीज और उत्पाद बनाने में भी किया जाता है लेकिन इनका किसी भी तरीकों से किया गया उपयोग स्वास्थ्य के लिए गुणकारी होता है।
निष्कर्ष – Conclusion
यह आर्टिकल Millet kya hai और क्यों इनको महत्व दिया जाता है आपके लिए अवश्य ही उपयोगी और ज्ञानवर्धक रहा होगा, कमेंट करके जरूर बताएं तथा इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों के साथ शेयर करें ताकि ऐसी ही हेल्थ के लिए उपयोगी जानकारियां लिखने के लिए मोटिवेशन मिलता रहे।
लेख को पूरा पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद
रिलेटेड आर्टिकल्स –