नींद कम आने के कारण होने वाले नुकसान : Side effects of sleep deprivation in hindi
नींद कम आना यानि Neend ki kami शरीर को बीमार कर सकती है साथ ही नींद की कमी यानि Sleep deprivation in hindi का हमारे दिमाग पर भी काफी बुरा प्रभाव पड़ता है। इसलिए उचित अवधि वाली गहरी नींद अच्छे स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी होती है।
इस आर्टिकल में जानेंगे अच्छी नींद क्या है, अच्छी नींद का मतलब, और नींद कम आने या Neend ki kami के मुख्य कारण तथा इसका स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव पड़ता है जानते हैं सेहतमंद रहने के लिए क्यों जरूरी है अच्छी नींद या Neend ki kami ke nuksan in hindi
Neend ki kami ke nuksan – सेहतमंद रहने के लिए क्यों जरूरी है अच्छी नींद
आज के व्यस्तम समय और भागदौड़ भरी व अस्त-व्यस्त जीवनशैली के कारण लोग देर से सोते हैं और देर से उठते हैं। लेकिन कुछ लोग देर से सोकर सुबह जल्दी उठ जाते हैं। ऐसे में पर्याप्त नींद यानि नींद पूरी नहीं हो पाती है।
रोज कम नींद लेने या 7-8 घंटे की पर्याप्त नींद नहीँ लेने के कारण स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याएं पैदा होने का खतरा भी बना रहता है।
इसलिए शरीर की ऊर्जा को बेहतर बनाए रखने के लिए रोजाना कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद अवश्य लेनी चाहिए। नींद की कमी (sleep deprivation) के कारण इसका विपरीत असर मष्तिष्क, याददाश्त और स्वास्थ्य पर पड़ता है।
साथ ही इसके कारण गुस्सा, चिड़चिड़ापन, मूड स्विंग जैसी समस्याओं के साथ साथ और भी बहुत सी स्वास्थ्य सम्बंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
Table of Contents
- 1 Neend ki kami ke nuksan – सेहतमंद रहने के लिए क्यों जरूरी है अच्छी नींद
- 1.1 नींद कम आने के लक्षण : Symptoms of sleep deprivation in hindi
- 1.2 अच्छी नींद का मतलब : What is sleep deprivation in hindi
- 1.3 नींद की कमी से होने वाली समस्याएं : Neend ki kami ke side effects in hindi
- 1.4 नींद कम आए तो क्या करना चाहिए : Neend ki kami hone par kya kare
- 1.5 FAQ : Neend ki kami के बारे में पूछे जाने वाले सवाल जबाब
नींद कम आने के लक्षण : Symptoms of sleep deprivation in hindi
रात को ठीक से नींद न आने या नींद की कमी के बॉडी में में कई लक्षण दिखाई देते हैं जैसे
- सुबह उठने के बाद तरोताजा महसूस नहीं करना।
- रात को सोने में या शारीरिक परेशानी होना।
- दिन में नींद आना और सुस्ती महसूस करना।
- दिनभर शरीर में थकान महसूस करना।
- रात को सोते वक्त बार बार उठना।
- रात को देर तक जागना।
अच्छी नींद का मतलब : What is sleep deprivation in hindi
व्यक्ति को स्वस्थ और तंदुरुस्त रहने के लिए सामान्यतः सात से आठ घंटे की नींद लेना आवश्यक होता है। बच्चों के लिए यह अवधि 9 से 10 घंटे हो सकती है। नींद पूरी होने के बाद जब हम सोकर उठते हैं तो खुद को तरोताजा और उर्जा से भरपूर पाते हैं यही अच्छी नींद यानी Good sleep होती है।
लेकिन अगर नींद पूरी न हो तो शरीर मे सुस्ती के साथ साथ अनेक बीमारियों का भी खतरा बना रहता है तथा नींद की कमी (sleep deficiency in hindi) के कारण शरीर का इम्यून सिस्टम भी कमजोर हो जाता है।
नींद की कमी से होने वाली समस्याएं : Neend ki kami ke side effects in hindi
रोज नींद की कमी का सीधा असर मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर पड़ सकता है। भरपूर नींद से शरीर के साथ-साथ दिमाग भी दुरुस्त रहता है तथा शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत बनाने के लिए अच्छी नींद जरूरी होती है।
जिससे रोगों से बचने और लड़ने की शरीर को शक्ति मिलती है। इसके विपरीत अगर पर्याप्त नींद न आने के कारण शरीर में स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याएं पैदा होती है जैसे
ह्रदय रोग का कारण कम नींद
पर्याप्त नींद न लेने या नींद की कमी के कारण दिल के रोगों का खतरा बढ़ जाता है। Neend ki kami के कारण शरीर में ब्लड का सरकुलेशन प्रभावित होता है और रक्तचाप यानि Blood pressure के हाई या लो जैसी समस्याएं भी उत्पन्न होने लगती है।
साथ ही इसके कारण कोरोनरी हार्टडिजीज, कन्जेस्टिव हार्ट फैलियर, स्ट्रोक और हृदयाघात जैसी समस्याओं का कारण भी कम नींद हो सकता है।
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मधुमेह का कारण कम नींद
नियमित पर्याप्त नींद ना लेने से डायबिटीज होने की संभावना बढ़ जाती है क्योंकि नींद की कमी से शरीर ब्लड शुगर यानी रक्त शर्करा को नियंत्रित करने वाले हार्मोन इंसुलिन को ठीक से नियंत्रित नहीं कर पाता है।
नींद की कमी इंसुलिन उत्पादन और ग्लूटेन टॉलरेंस को कम करती है। इसके कारण से कोशिकाएं इंसुलिन का उपयोग करने में कम प्रभावी हो सकती है जिसके कारण मधुमेह रोग हो सकता है।
वजन बढ़ने का कारण कम नींद
अगर हमारी नींद पूरी (Neend ki kami) नहीं होती है तो इसके कारण दिनभर थकान और सुस्ती की समस्या बनी रहती है। इस के कारण लोगों में अस्वस्थ भोजन खाने की भी आदत पड़ जाती है। जिससे वजन बढ़ता है।
इसके अलावा जो लोग कम सोते हैं उनके शरीर मे सुस्ती या आलस्य रहने के कारण उनकी शारीरिक क्रिया या व्यायाम भी छूट जाती है जिसके कारण शरीर का वजन या मोटापा बढ़ता है।
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मानसिक तनाव का कारण कम नींद
हमारी नींद के साथ हमारा मानसिक स्वास्थ्य जुड़ा हुआ होता है। इसलिए नींद की कमी के कारण इसका मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
इसलिए कहा जाता है कि जितनी अच्छी नींद होगी उतना अच्छा मानसिक स्वास्थ्य होगा। अनिंद्रा या नींद सम्बंधी समस्याओं के कारण मानसिक स्वास्थ्य सम्बंधी समस्याएं होने की संभावना अधिक होती है।
जिन लोगों को मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हैं उन्हें अपनी नींद और सोने की आदतों में सुधार करना चाहिए और पर्याप्त 8 घंटे नींद लेनी चाहिए क्योंकि नींद पूरी नही होने के कारण डिप्रेशन और एंजायटी जैसी बीमारियां होने का खतरा सदैव बना रहता है।
शारीरिक स्वास्थ्य में हानिकारक नींद की कमी
अच्छी नींद या पर्याप्त नींद न लेने से शारीरिक स्वास्थ्य पर भी हानिकारक प्रभाव पड़ता है। इसलिए स्वस्थ शारीरिक स्वास्थ्य के लिए 8 घंटे की पूरी नींद लेना आवश्यक होता है क्योंकि कम नींद (Neend ki kami) शारीरिक क्षमता को कम करने में मुख्य भूमिका निभाती है।
रोजाना अच्छी नींद सोने से बॉडी शारीरिक रूप से स्वस्थ, तरोताजा और एक्टिव बनी रहती है। और व्यक्ति का मन दिनभर अपने रूटीन व दिनचर्या के कामों में लगा रहता है।
अनियमित मासिकधर्म का कारण नींद की कमी
रोजाना अनिंद्रा या नींद कम लेने से अनियमित पीरियड्स, स्पोटिंग और हैवी फ्लो जैसी मासिकधर्म सम्बंधी समस्याएं पैदा हो सकती है। साथ ही मासिक के दौरान दर्द और मूड स्विंग जैसी समस्याएं होने का कारण भी कम नींद होता है।
इसलिए महिलाओं को खासकर पीरियड्स के समय कम से कम आठ घंटे की पर्याप्त जरूर लेनी चाहिए। जिससे महिलाओं में पीरियड के दौरान होने वाली शारीरिक और मानसिक समस्याओ से बचा जा सके।
इम्युनिटी कमजोर होने का कारण नींद की कमी
रोज नींद की कमी का प्रभाव शरीर के प्रतिरक्षा तंत्र को नुकसान पहुंचाता है। क्योंकि नींद के दौरान शरीर की लगभग सभी कोशिकाओं की मरम्मत होती रहती है।
लेकिन Neend ki kami से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोरहो जाती है और शरीर में किसी भी प्रकार के संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
इसलिए नियमित 7 से 8 घंटे की पर्याप्त नींद लेना इम्यून सिस्टम को मजबूत रखने और बीमारियों से बचे रहने के लिए जरूरी होता है।
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नींद कम आए तो क्या करना चाहिए : Neend ki kami hone par kya kare
जिन लोगों को नींद कम आती है वे लोग अगर अपनी नियमित दिनचर्या में कुछ सामान्य से बदलाव करते हैं तो उनको अच्छी नींद आ सकती है।
- अपने सोने और जागने का समय निर्धारित करें।
- रात को हमेशा आरामदायक बिस्तर पर सोएं।
- नियमित योग व व्यायाम करने की आदत डालें।
- चाय या कैफीन युक्त चीजों का इस्तेमाल कम करें।
- धूम्रपान या अल्कोहल का सेवन न करें।
- आवश्यकता से अधिक भोजन न करें।
- ऐसा माहौल बनाये जिससे नींद आसानी से आए।
- सोने से पहले अपने आप को रिलैक्स करें।
FAQ : Neend ki kami के बारे में पूछे जाने वाले सवाल जबाब
Q1. नींद नहीं आने के नुकसान क्या है?
Ans नियमित पर्याप्त नींद नहीं आने के कारण बहुत सी स्वास्थ्य सम्बंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इससे मस्तिष्क की कार्य क्षमता कमजोर होने के साथ साथ ह्रदय रोग, डायबिटीज,मोटापा व शारिरीक एवं मानसिक समस्याएं पैदा होती है। इसके साथ ही महिलाओं में मानसिक तनाव, याददाश्त कमजोर व मासिक धर्म जैसी समस्याएं भी नींद की कमी से हो सकती है।
Q2. नींद न आए तो क्या करना चाहिए?
Ans अगर किसी को नींद न आने या कम आने की समस्या हो तो नियमित जीवनशैली और खानपान की कुछ आदतों में बदलाव करना चाहिए। इसके लिए कुछ ऐसे फ़ूड का सेवन करना चाहिए जो नींद की कमी दूर करने में सहायक होते है। साथ नियमित योग, व्यायाम या शारीरिक एक्टिविटी करने से भी अच्छी नींद आने में मदद मिलती है।
निष्कर्ष – Conclusion
इस आर्टिकल में हमने जाना अच्छी नींद का महत्व या स्वस्थ रहने के लिए क्यो जरूरी है अच्छी नींद और Neend ki kami के कारण शरीर में होने वाली स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के बारे में, Neend ki kami या नींद पूरी न लेने के कारण शरीर में किन किन बीमारियों का खतरा रहता है।
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