हीट वेव क्या है और इससे कैसे बचें (Heat wave se bachne ke upay)
गर्मी के मौसम में ग्रीष्म लहर (Heat wave) या लू लगने की समस्या एक आम समस्या होती है। हीटवेव की समस्या (Heat wave problem) का समय पर इलाज जरूरी होता है। जब चेहरा व सिर अधिक समय तक तेज धूप या गर्म हवा के संपर्क में आता है तो लू लगने की संभावना बढ़ जाती है तथा इससे शरीर का तापमान भी बढ़ने लगता है।
आज के इस लेख में बात करते हैं हीटवेव क्या है और इससे कैसे बचा जाए तथा हीट वेव से बचने के लिए घरेलू (Heat wave se bachne ke upay) नुस्खे व कौनसी सावधानियां रखना जरूरी होता है जानिए हीट वेव से कैसे बचें Heat wave in india
भारत में अक्सर मार्च महीने से ही हीट वेव यानी लू चलना (Garm hawaye) शुरू हो जाती है। जब तापमान 40 डिग्री से ऊपर होने लगता है तो हवाएं गर्म होने लगती है और Sun Burn व हीट वेव का एहसास होने लगता है। Heat wave से बचने के लिए कुछ जरूरी सावधानियां और घरेलू उपाय जरूरी होते हैं क्योंकि यह जून-जुलाई महीने तक चलती है।
हीटवेव यानी इन गर्म हवाओं (Garm hawaye) से बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि सावधानी बरती जाए ताकि शरीर को लू से बचाएं रखने के साथ साथ अन्य बीमारियों व समस्याओं से बचा सकें।
जानिए गर्मी से बचने के लिए क्या करें और क्या है घरेलू उपाय
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हीट वेव क्या है (What is a heat wave)
भारत में जब मैदानी क्षेत्रों का तापमान 40 डिग्री या इससे अधिक हो जाता है तब चलने वाली हवाएं गर्म या लू व हीट वेव (Garm hawaye) शुरू हो जाती है। हीटवेव स्वास्थ्य पर बहुत बुरा प्रभाव डालती है। गर्मी के मौसम में इन गर्म हवाओं की अवधि को ही हीटवेव कहते हैं।
मौसम विज्ञान विभाग के आदेश अनुसार जब मैदानी इलाकों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक या इससे अधिक हो तथा पहाड़ी क्षेत्रों का तापमान 30 डिग्री सेल्सियस तक या इससे भी अधिक हो जाता है तो इसे हीटवेव घोषित कर दिया जाता है। इस मौसम में दोपहर के समय घरों से निकलना मुश्किल हो जाता है।
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हीट वेव से बचने के उपाय (Heat wave se kaise bache)
गर्म हवाएं यानी Heat wave के मौसम में इसके प्रभाव से शरीर मे होने वाली समस्याओं से बॉडी बचाने के लिए कुछ खाद्य या पेय पदार्थों का इस्तेमाल करने के साथ साथ कुछ सामान्य से उपाय और सावधानियां बरतनी भी आवश्यक होती है जैसे
- इस मौसम में शरीर को डीहाइड्रेटेड होने से बचाने के लिए अधिक से अधिक पानी या तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए।
- हीट वेव के समय ऐसे कपड़े पहनने चाहिए जिससे शरीर तक हवा आसानी से पहुंचती रहे। इसके लिए हमेशा सूती, हल्के व ढीले ढाले कपड़े पहने जिससे पसीना सोख सके और शरीर को भी ठंडा रखा जा सके।
- जब भी धूप में घर से बाहर निकलना हो या कहीं बाहर जाना हो तो पानी की बोतल हमेशा साथ रखनी चाहिए।
- गर्मी में लू के इस समय छोटे बच्चों का विशेष ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि बच्चे इसकी चपेट में बहुत जल्दी आ जाते हैं।
- बुजुर्गों का यानी 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का या जिन लोगों को कोई बीमारी हो और बीमारी की दवाओं का सेवन करते हो, उनको इस Heat wave में अपने शरीर का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता होती है। क्योंकि वे भी जल्द ही इसकी चपेट में आ सकते हैं।
हीट वेव से बचने के घरेलू नुस्खे (Heat wave se bachne ke gharelu nuskhe)
इस मौसम में ठंडी तासीर के खाद्य व पेय पदार्थों का अधिक सेवन करना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है जैसे
नारियल पानी, नींबू शिकंजी, छाछ, लस्सी, नींबू पानी, शर्बत, बेल का शर्बत, कच्चे आम की लस्सी, ठंडा पानी, गन्ने का जूस, ग्लूकोज डी पाउडर डालकर पानी का सेवन करना आदि घरेलू उपायों से लू या हीट वेव की समस्या से शरीर को बचाए रखने में मदद मिलती है तथा इस मौसम में होने वाली मौसमी बीमारियों से भी शरीर को बचाए रखने में मदद मिलती है।
- गर्मी के समय ओआरएस पानी मे मिलाकर पीना शरीर को हीट वेव से बचाने में मददगार होता है।
- गर्मी में आंवला जूस या शर्बत का सेवन करने से अनेक रोगों से बचे रहने के साथ साथ प्यास भी अधिक नही लगती और न ही गला सूखता है।
- बेल गिरी का जूस या शैक पीना भी हीट वेव के समय बॉडी में ठंडक पहुंचाता है और शरीर का वजन भी नियंत्रित रहता है।
- इस मौसम में लोकी जूस का सेवन करना या लोकी की सब्जी व रायता का उपयोग करना भी लाभकारी होता है।
- जलजीरा का सेवन भी हीट वेव के समय लू से बचाने के साथ साथ बॉडी को हाइड्रेट रखने में सहायक होता है।
- गर्मी में पेट सम्बंधी समस्याओं से राहत दिलाने में पुदीना काफी फायदेमंद होता है। इसलिए पोदीने की चटनी व पुदीने का रस निकालकर पानी मे मिलाकर नींबू नमक व भुना हुआ जीरा डालकर पीना लू से बचाने के साथ अनेक रोगों से बचाने में भी सहायक होता है।
- खरबूजा, तरबूज, खीरा में पानी की मात्रा अधिक होने के कारण यह गर्मियों में खाये जाने वाले पदार्थ होते है। यह विटामिन्स, मिनरल्स व एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते है और शरीर को गर्मी व लू से बचाने के साथ कई अन्य रोगों से भी रक्षा करने में मददगार होते है।
- हीट वेव के समय चेहरे को झुलसने से बचाने के लिए गुलाब की पत्तियों व पंखुड़ियों को पानी में भिगोकर इस पानी से चेहरा धोना लाभकारी होता है।
- चंदन पाउडर और मुल्तानी मिट्टी का लेप चेहरे पर लगाने से हीट वेव के समय चेहरे को ठंडक मिलती है।
हीट वेव के कारण होने वाली समस्याएं
इस मौसम में हीटवेव के समय गर्म हवाओं व लू के चलने के कारण अधिकतर लोगों में कुछ स्वास्थ्य संबंधी समस्या होती रहती है। इस समय पेट खराब होना, पाचन तंत्र कमजोर होना, थकान व कमजोरी होना, अधिक आलस्य आना, सिर व बदन दर्द होना जैसी अनेक समस्याएं होना आम बात होती है।
इसके साथ ही बॉडी का तापमान अधिक होना, भूख कम लगना, पसीना आने के कारण घबराहट होना, नींद की कमी, गला सुखना व प्यास अधिक लगना, यूरिन इंफेक्शन होना, स्किन सम्बंधी समस्याएं होना, आंखों में जलन व किसी किसी को पसीने में बदबू जैसी समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है।
इसलिए इन स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं से बचने के लिए खाने पीने की आदतों व दिनचर्या से जुड़ी कुछ सावधानियां रखना जरूरी होता है। जिनसे Heat wave यानी लू के समय शरीर को स्वस्थ व हेल्थ रखने में मदद हो सकें।
डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए
हीटवेव के समय (Heat wave problems) जब शरीर का तापमान बढ़ने लगे या बुखार 102 से 5 डिग्री के लगभग हो और दवा लेने के बाद भी बुखार कम ना हो। बुजुर्गों का ब्लड प्रेशर अधिक होने लगे तथा शरीर में कमजोरी व थकान महसूस हो, दस्त उल्टी और सिर दर्द व शरीर तपने जैसी समस्या महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी होता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
इस आर्टिकल में हमने जाना हीटवेव क्या है और इससे बचने के लिए क्या खाएं या पियें तथा हीट वेव से बचने के घरेलू उपाय या नुस्खे तथा Heat wave या लू (Garm hawaye) से बचने के लिए कौन कौन सी सावधानियां रखने की आवश्यकता होती है और इस मौसम में डॉक्टर से परामर्श कब लेना जरूरी होता है।
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– इस आर्टिकल को अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद –
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