डेंगू के लक्षण कारण और घरेलू उपचार : Dengue treatment in hindi
Dengue Fever एक ऐसी बीमारी है जिसके कारण हर वर्ष बहुत से लोगों की मृत्यु हो जाती है। जिसको Dengue हो जाये वो यही सोचता रहता है कि डेंगू में क्या खाना चाहिए Dengue के मच्छर के एक बार काटने से भी डेंगू बुखार होने का खतरा बना रहता है Dengue ka ilaj समय रहते करना आवश्यक होता है आइए जानते हैं डेंगू में क्या खाना चाहिए (Dengue ka ilaj hindi main)
डेंगू बुखार मच्छर के काटने से फैलता है Dengue fever का समय पर उपचार न किया जाए तो यह जानलेवा भी हो सकता है इसलिए हर किसी को डेंगू के लक्षण के बारे में जानकारी होना जरूरी है।
किसी को डेंगू के लक्षण दिखाई दें तो इसको हल्के में लेना उचित नहीं है तुरंत इसका इलाज करवाने की आवश्यकता है क्योंकि डेंगू जानलेवा भी हो सकता है।
डेंगू क्या है : What is Dengue in hindi
यह मच्छरों के द्वारा फैलने वाले वायरस के कारण होने वाला रोग है Dengue में बहुत तेज बुखार होता है। इसे हाड़ तोड़ बुखार भी कहा जाता है क्योंकि इसमें रोगी के शरीर में मांसपेशियों की कमजोरी व दर्द और हड्डियों में बहुत ज्यादा दर्द होता है।
डेंगू एडिस इजिप्टी नामक प्रजाति के मच्छरों से फैलता है। डेंगू का मच्छर ठहरे हुये या खुले पानी मे पैदा होता है। यह ज्यादातर साफ पानी में होता है।
यह मच्छर ज्यादातर दिन में काटता है। एक बार किसी को डेंगू बुखार हो जाने के बाद ठीक होने के बाद शरीर में उस वायरस के लिए एंटीबॉडी बन जाती है जिसके कारण शरीर में उस वायरस से लड़ने के प्रति रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो जाती है।
डेंगू के लक्षण : Symptoms of Dengue in hindi
इसका पता लगाने के लिए ब्लड की जांच करवाना आवश्यक होता है केवल लक्षण देखकर ही इसका पता लगाना मुश्किल हो सकता है डेंगू बुखार के मुख्य (Dengue Symptoms) लक्षण है जैसे
- हृदय गति का कम होना व ब्लड प्रेशर का भी तेज़ी से कम होना
- डेंगू बुखार में सांस लेने में परेशानी, थकान, चिड़चिड़ापन या बेचैनी जैसी समस्या होती है।
- सिर दर्द, ठंड लगना, बुखार आना, भूख न लगना, यह डेंगू के शुरुआती लक्षण होते हैं
- डेंगू का बुखार बहुत तेज होता है और शुरुआत में ही हड्डियों में और जोड़ों में दर्द होना शुरू हो जाता है
- इस बुखार (डेंगू के बुखार) में शरीर पर लाल या काले रंग के दाने भी दिखाई देने लगते हैं।
- आंखों के पिछले हिस्से में दर्द व भारीपन जैसी समस्याएं डेंगू बुखार में होती है।
- पेट में तेज दर्द होना व लगातार उल्टी होने जैसी समस्याएं इस बुखार में देखी जाती है।
- डेंगू का बुखार कुछ समय तक लगातार रहने के बाद यूरिन व मल के साथ व उल्टी में खून आने जैसी समस्याएं होती है।
Table of Contents
- 1 डेंगू क्या है : What is Dengue in hindi
- 2 डेंगू के लक्षण : Symptoms of Dengue in hindi
- 3 डेंगू का कारण : Reason of dengue in hindi
- 4 डेंगू बुखार के लिए घरेलू उपचार : What food is good for dengue treatment in hindi
- 5 डेंगू में क्या खाना चाहिए : Dengue bukhar me kya khana chahiye
- 6 डेंगू में क्या नहीं खाना चाहिए : Dengue me kya nahi khana chahiye
- 7 Q1. क्या डेंगू के रोगी को संतरे का सेवन करना चाहिए?
- 8 Q2. क्या डेंगू के रोगी को बकरी का दूध पीना चाहिए?
डेंगू का कारण : Reason of dengue in hindi
यह बुखार मच्छर के काटने के कारण होता है डेंगू चार वायरस के कारण होता है जैसे डीईएनवी-1, डीईएनवी-2, डीईएनवी-3 और डीई एनवी-4 ।
जब यह मच्छर पहले से संक्रमित व्यक्ति को काटता है तो वायरस मच्छर के शरीर में प्रवेश कर जाता है। जब वह मच्छर किसी दूसरे स्वस्थ व्यक्ति को काटता है तो यह वायरस व्यक्ति के रक्त प्रवाह के जरिए फैलता है।
डेंगू बुखार के लिए घरेलू उपचार : What food is good for dengue treatment in hindi
गिलोय
यह बुखार में तथा Dengue ka ilaj के लिए सबसे महत्वपूर्ण जड़ी बूटी होती है यह रोग प्रतिरोधक प्रणाली को मजबूत बनाए रखने के लिए और शरीर को सक्रमण से लड़ने के लिए बहुत महत्वपूर्ण औषधी है।
गिलोय के तने को पानी में उबालकर इसका काढ़ा बनाकर नियमित सेवन करने से बुखार में राहत मिलती है। इसके अलावा गिलोय, तुलसी, लौंग और काली मिर्च को मिलाकर भी काढ़ा बनाकर पीने से भी डेंगू में राहत मिलती है।
पपीता
डेंगू बुखार में Dengue ka ilaj के लिए पपीते की पत्तियों का सेवन करना लाभदायक माना गया है इसके लिए पपीते के पत्तों का रस निकालकर दो-तीन चम्मच की मात्रा में दिन में दो से तीन बार प्रयोग करने से डेंगू से बचाव किया जा सकता है।
क्योंकि यह पत्ते प्रोटीन से भरपूर होते हैं और इनमें पपेन पपेन नामक एंजाइम पाया जाता है जो पाचन शक्ति (Digestive system) को दुरुस्त करता है और इसके साथ यह शरीर में लाल रक्त कणों की भी वृद्धि करता है।
गेंहू का ज्वारा
गेहूं के ज्वारे यानी गेहूँ के कच्चे पौधे का रस निकालकर पीने से रक्त में प्लेटलेट्स का निर्माण तेजी से होता है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती है व शरीर आयरन की पूर्ति होने के साथ साथ ऊर्जा भी मिलती है।
इसलिए नियमित दिन में दो से तीन बार गेहूं के ज्वारे का प्रयोग डेंगू बुखार में राहत दिलाता है। रोज सुबह गेंहू का ज्वारा पीने से शरीर में और भी बहुत से स्वास्थ्य लाभ होते है यह शरीर को निरोगी रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
नीम के पते
यह भी डेंगू बुखार में लाभदायक होते हैं नीम के पत्तों का रस निकालकर इसका नियमित सेवन करने से प्लेटलेट्स और सफेद रक्त कोशिकाओं की संख्या में वृद्धि होती है व शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी सुधार होता है। साथ ही नीम का सेवन करने से रक्त भी दूध होता है व शरीर से विषाक्त पदार्थ भी बाहर निकलते हैं।
आंवला का सेवन
आंवले में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में बहुत ही लाभदायक माना जाता है। इसलिए Dengue ka ilaj में आंवले के रस गुनगुने पानी में मिलाकर सेवन करने से लाभ मिलता है।
इसके अलावा आंवला पेट की समस्याओं के लिए भी लाभकारी होता है व कब्ज से भी छुटकारा दिलाता है।
एलोवेरा का सेवन
एलोवेरा का भी सेवन करना इस बुखार से राहत दिलाने में उपयोगी होता है। इसके लिए दो से तीन चम्मच एलोवेरा का रस गुनगुने पानी में मिलाकर नियमित सेवन करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है जिससे डेंगू के बुखार से लड़ने में सहायता मिलती है।
तुलसी और शहद
तुलसी और शहद के मिश्रण का प्रयोग डेंगू से बचाव या Dengue ka ilaj में मददगार होता है। इसके लिए तुलसी की पत्तियों को पानी में डालकर उबालकर उसमें शहद मिलाकर सेवन करना लाभदायक होता है।
इसके अलावा तुलसी की चाय का नियमित सेवन करने से भी डेंगू बुखार में राहत मिलती है क्योंकि तुलसी में एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं जो शरीर को संक्रमण से बचाने में मददगार है।
हल्दी का सेवन
यह एक प्रकार का एंटीबायोटिक्स होती है। हेल्थ के लिए हल्दी के फायदे अनगिनत होने के कारण इसका सेवन डेंगू बुखार में भी राहत दिलाने में मददगार होता है वैसे तो हल्दी का किसी भी रूप में प्रयोग करना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है लेकिन इसके लिए हल्दी को दूध में मिलाकर सेवन किया जा सकता है।
इसमें मौजूद एंटीबायोटिक तत्व शरीर की रोग प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत कर रोगों से रक्षा करते है। हल्दी वाले दूध में मौजूद अनेक पोषक तत्वों और औषधीय गुणों के कारण रोज हल्दी वाला दूध पीना स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है।
डेंगू में क्या खाना चाहिए : Dengue bukhar me kya khana chahiye
- इस बीमारी में रात को पानी में भिगो कर रखी हुई किशमिश को सुबह के समय चबाकर खाना चाहिए और पानी पीना चाहिए।
- गुनगुने पानी में नींबू का रस मिलाकर दिन में तीन चार बार सेवन करने से राहत मिलती है।
- डेंगू के रोगी को प्यास ज्यादा लगती है इसलिए गला व मुंह सूखने पर ताजा ज्यूस, ताजा सूप और नारियल पानी का सेवन करना चाहिए।
- इस बुखार में नियमित दलिया का सेवन करना चाहिए क्योंकि दलिया में उच्च फाइबर और पोषक तत्व प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं और यह पचने में भी आसान होता है जो शरीर को रोगों से लड़ने के लिए शक्ति प्रदान करते हैं।
- डेंगू के रोगी को प्रोटीन की पूर्ति के लिए दूध का नियमित सेवन करना चाहिए।
डेंगू में क्या नहीं खाना चाहिए : Dengue me kya nahi khana chahiye
- ऐसे रोगी को भारी भोजन नहीं करना चाहिए जोकि पचने में मुश्किल हो
- डेंगू के बुखार में चाय, कॉफी, सोडा या सॉफ्ट ड्रिंक जैसी चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए।
- तला हुआ भोजन, जंक फूड, फास्ट फूड, तेलिय और मसालेदार भोजन, अचार आदि पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए।
- डेंगू बुखार के रोगी को नशीले पदार्थों या अल्कोहल का सेवन नहीं करना चाहिए।
FAQ – डेंगू में पूछे जाने वाले सवाल जवाब
Q1. क्या डेंगू के रोगी को संतरे का सेवन करना चाहिए?
Ans संतरा पोषक तत्व, विटामिन और खनिज तत्व से भरा होता है इसमें फाइबर उच्च मात्रा में मौजूद होता है और संतरा विटामिन सी से भरपूर होता है इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट भी शरीर को रोगों से लड़ने में लाभ पहुंचाते हैं।इसलिए डेंगू के रोगी को इसका सेवन करना लाभदायक होगा है।
Q2. क्या डेंगू के रोगी को बकरी का दूध पीना चाहिए?
Ans डेंगू बुखार के उपचार के लिए बकरी के दूध को वरदान माना गया है। इस बुखार में शरीर में सेलेनियम और प्लेटलेट्स में तेजी से कमी आने लगती है। इसके लिए बकरी का दूध बेहद फायदेमंद होता है यह शरीर में सेलेनियम की कमी पूरी करता है और प्लेटलेट्स में भी तेजी से वृद्धि करता है।
डेंगू के रोगी को घरेलू उपचार (Dengue ka ilaj) के साथ साथ चिकित्सक से भी परामर्श अवश्य करना चाहिए
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