ब्राह्मी के फायदे और उपयोग : Brahmi benefits and side effects in hindi
ब्राह्मी का आयुर्वेदिक ग्रन्थों में काफी वर्णन मिलता है Brahmi स्वास्थ्य के लिए बेहद गुणकारी और फायदेमंद जड़ी बूटी है सम्पूर्ण सेहत के लिए ब्राह्मी के अनेक फायदे (Brahmi benefits) है मानसिक स्वास्थ्य के लिए Brahmi ke fayde और अधिक माने जाते है इसलिए इसे ब्रेन बूस्टर के नाम से भी जाना जाता है जानिए Brahmi benefits and side effects in hindi
विश्व भर में विभिन्न प्रकार के जड़ी बूटियां पाई जाती है और उनमें से ही कुछ जड़ी बूटियों का औषधीय उपयोग और महत्व काफी अधिक माना जाता है। इनमें से ही एक जड़ी बूटी ब्राह्मी है जिसका संपूर्ण पौधे का ही औषधीय महत्व होता है। इस लेख में हम जानेंगे ब्राह्मी क्या है Brahmi ke fayde और इसका सेवन कैसे किया जाता है।
Table of Contents
- 1 ब्राह्मी के फायदे / Brahmi benefits in hindi
- 1.1 ब्राह्मी क्या है – What is brahmi in hindi
- 1.2 ब्राह्मी का उपयोग – How to use brahmi in hindi
- 1.3 ब्राह्मी के स्वास्थ्य लाभ – Benefits of brahmi in hindi
- 1.4 ब्राह्मी तेल के फायदे – Brahmi oil benefits in hindi
- 1.5 ब्राह्मी का सेवन कैसे करें – Uses of brahmi in hindi
- 1.6 ब्राह्मी के नुकसान – Side effects of brahmi in hindi
ब्राह्मी के फायदे / Brahmi benefits in hindi
ब्राह्मी का उपयोग अनेक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए किया जाता है ब्राह्मी मष्तिष्क की कार्यक्षमता बढ़ाने, दिमाग को ठंडक प्रदान करने, याददाश्त मजबूत करने, एकाग्रता बढ़ाने, पित्तनाशक और शरीर से विषैले पदार्थो को निकलकर शरीर की शुद्धि करने में फायदेमंद होती है।
भारत में बड़े पैमाने पर Brahmi की खेती की जाती है यह भारत में पंजाब से लेकर पश्चिम बंगाल तक तथा तमिलनाडु जैसे क्षेत्रों में पाई जाती है। ब्राह्मी का उपयोग अनेक प्रकार की आयुर्वेदिक व एलोपैथी दवाओं के निर्माण में बड़े पैमाने पर किया जाता है।
ब्राह्मी क्या है – What is brahmi in hindi
Brahmi का पौधा औषधीय गुणों से भरपूर पौधा होता है यह पौधा पत्तेदार और छोटा होता है इसका तना दूर-दूर तक जमीन में फैला हुआ रहता है जिसकी प्रत्येक ग्रंथि पर अनेक मूल फूल और फल लगते हैं इसकी शाखाएं एवं पत्ते मुलायम तथा गुद्देदार होते हैं।
ब्राह्मी की पत्तियां (Brahmi leaves) एक रुपए के सिक्के के समान गोलाकार और वृत्ताकार होती है तथा इसकी पत्तियों के किनारे सरल, गोल दंतुर होते हैं ब्राह्मी पर लाल रंग के फूल 3 से 5 गुच्छों में लगते हैं।
इसके फल लगभग 1 से 3 इंच तक बड़े होते हैं जिन पर 7 से 8 तक उन्नत धारियां होती है इन फलों पर चपटे बीज लगते हैं।
ब्राह्मी के नाम – Brahmi other names
संपूर्ण भारत वर्ष में ब्राह्मी को अलग-अलग नामों से जाना और पहचाना जाता है इसका बैज्ञानिक नाम बाकोपा मोनिएरी होता है तथा हिंदी में ब्राह्मी, सफेद चमनी, गुजरात मे जल नेवरी, जल ब्राह्मी, संस्कृत में किनीर ब्रह्मी, सौम्यलता, मराठी भाषा में घोल व मलयालम में नीरब्रह्मी, वर्ण जैसे नामों से जाना जाता है।
इसके आलावा ब्राह्मी को कन्नड़ में नीरू ब्राह्मी, बंगाली में जलनीम, अंग्रेजी में Thyme leaved gratiola कहा जाता है।
ब्राह्मी का उपयोग – How to use brahmi in hindi
आयुर्वेदिक औषधियों में ब्राह्मी का काफी प्रतिष्ठित स्थान है। ब्राह्मी एक बलवर्धक, वीर्य विकारों को दूर करने वाली बुद्धि परिष्कारक, स्वर मधुरयकारक तथा शक्तिवर्धक होती है। यह ह्रदय की दुर्बलता को भी दूर करने में उपयोगी होती है
इसके अलावा ब्राह्मी तेल को सौंदर्य प्रसाधनों के निर्माण में प्रयोग किया जाता है। इसमें ब्राहीन हरपेस्टिन, हाइड्रोकाटिलीन, एलकोलाइट, एशियाटिकोसाइड वेल्लेरिन, उड़नशिल तेल, रालीय सत्त्व तथा पेक्टिक एसिड आदि मौजूद होते हैं।
ब्राह्मी के स्वास्थ्य लाभ – Benefits of brahmi in hindi
अनेक औषधीय गुणों से भरपूर पौधे ब्राह्मी का प्रयोग प्राचीन काल से ही एक औषधि के रूप में किया जाता आ रहा है ब्राह्मी को लेकर काफी शोध हुए हैं,
तथा इन शोधों में यह प्रमाणित हो चुका है की ब्राह्मी का संपूर्ण होता संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए गुणकारी होता है ब्राह्मी का सेवन करने से होने वाले फायदों यानि Brahmi benefits के बारे में विस्तार से चर्चा करते हैं।
मस्तिष्क के लिए फायदेमंद है ब्राह्मी
इस औषधीय पौधे ब्राह्मी में एंटीऑक्सीडेंट के साथ-साथ एंटी इन्फ्लामेट्री व एंटी कॉन्वेलसेन्ट गुण मौजूद होने के कारण यह मस्तिष्क की कार्यक्षमता को बढ़ाने में सहायक है।
ब्राह्मी का उपयोग मानसिक रोगों, तनाव, चिंता, अनिद्रा, मिर्गी जैसी समस्याओं को दूर करने में किया जाता है साथ ही ब्राह्मी कमजोर याददाश्त को तेज करने में बहुत ही फायदेमंद मानी जाती है इसलिए स्टूडेंट्स को ब्राह्मी का सेवन करने की सलाह दी जाती है।
इम्यून सिस्टम मजबूत करने में ब्राह्मी
ब्राह्मी जड़ी बूटी अनेक औषधीय गुणों से भरपूर होने के कारण इसका उपयोग करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी मजबूत होती है क्योंकि यह एंटीऑक्सीडेंट गुणों के साथ-साथ एंटीबायोटिक गुणों भी भरपूर होती है।
ब्रह्मी का उपयोग करने से बॉडी में इम्यूनोग्लोबुलिन एंटीबॉडीज के उत्पादन में वृद्धि होती है। इसलिए नियमित इसका इस्तेमाल करने से शरीर को रोगों से लड़ने के लिए शक्ति प्राप्त होती है तथा शरीर में बीमारियों का खतरा काफी कम होता है।
पाचन सिस्टम मजबूत करने में ब्राह्मी
ब्राह्मी में कुछ मात्रा में फाइबर मजबूत होने के साथ-साथ यह विटामिंस व मिनरल्स का भी अच्छा स्रोत होती है इसलिए ब्राह्मी का इस्तेमाल करना आंतों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है।
साथ ही यह शरीर के Digestive system को भी सुचारू रूप से कार्य करने के लिए प्रेरित करती है। इसलिए ब्राह्मी का नियमित उपयोग करने से पाचन क्रिया सुचारू होती है तथा शरीर से वेस्ट पदार्थों को बाहर निकालने में मदद मिलती है।
दिल को मजबूत करने में ब्राह्मी
ब्रह्मी हमारे हृदय को मजबूती प्रदान करने और दिल के रोगों का खतरा कम करने में काफी सहायक होती है यह हार्ट और हार्ट की रक्त वाहिकाओं में पाए जाने वाले एंडोथेलियम मेंब्रेन से नाइट्रिक ऑक्साइड रिलीज करके ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखने में सहायक है।
यह हमारे रक्त को पतला रखने के साथ-साथ रक्त कोशिकाओं में रक्त प्रवाह को भी बढ़ाती है। इसलिए ब्राह्मी को हार्ट के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है।
डायबिटीज को कंट्रोल करने में ब्राह्मी
ब्राह्मी शुगर को कंट्रोल करने में भी मददगार साबित हो सकती है क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट के साथ anti-diabetic प्रभाव भी मौजूद होते हैं।
इसके अलावा ब्राह्मी में एंटी हाइपोग्लाइसेमिक गुण भी मौजूद होता है इसलिए टाइप 2 डायबिटीज के रोगियों में इसका उपयोग करने से लाभकारी प्रभाव होते हैं।
कैंसर रोग से बचाने में ब्राह्मी
कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी के खतरे को कम करने में भी ब्राह्मी को फायदेमंद माना गया है क्योंकि ब्राह्मी में एंटी कैंसर गुण मौजूद होते हैं जो कोलन कैंसर कोशिकाओं को पनपने से रोकने में सहायक है।
इस औषधि ब्राह्मी का इस्तेमाल कैंसर होने से रोकने में मददगार हो सकता है लेकिन यह कैंसर का इलाज नहीं माना जा सकता है।
ब्राह्मी तेल के फायदे – Brahmi oil benefits in hindi
ब्राह्मी से तेल भी निकाला जाता है और इस तेल का प्रयोग अनेक प्रकार के दर्द से राहत पाने में किया जा सकता है ब्राह्मी में मौजूद एंटीनोसिसेप्टिव प्रभाव एक दर्द निवारक औषधि के रूप में काम करता है।
ब्राह्मी के तेल का प्रयोग सिर दर्द, मांसपेशियों व जोड़ों के दर्द में प्राचीन समय से ही घरेलू उपचार के तौर पर किया जाता रहा है।
ब्राह्मी का सेवन कैसे करें – Uses of brahmi in hindi
इसका सेवन अलग-अलग तरीकों से किया जाता है ब्राह्मी के पाऊडर को पानी में उबालकर इसका काढ़ा बनाकर 25 से 30 मिलीलीटर की मात्रा में सेवन करना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है।
जिन्हें नींद न आने की प्रॉब्लम हो वे रात को सोने से पहले अगर ब्राह्मी का सेवन करते हैं तो नींद अच्छी आएगी और मन शांत होगा, इससे एकाग्रता और सतर्कता की भावना को बेहतर करने में भी मदद मिलती है।
ब्राह्मी के नुकसान – Side effects of brahmi in hindi
इस जड़ी बूटी का सेवन करने के फायदों यानि Brahmi benefits के साथ-साथ इसके कुछ दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं जैसे
जिन लोगों को पेट के अल्सर संबंधी समस्या है उनको ब्राह्मी का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए या चिकित्सक की सलाह पर ही इसका सेवन करना चाहिए।
फेफड़ों संबंधी समस्याएं या अस्थमा से ग्रसित रोगियों को ब्राह्मी का सेवन करने से पहले चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए।
कुछ लोगों में इसका उपयोग करने से जी मिचलाना, मतली या पेट संबंधी समस्या होती है अगर ब्राह्मी का इस्तेमाल करने से ऐसी समस्या उत्पन्न हो तो इसका इस्तेमाल बंद कर देना चाहिए।
निष्कर्ष – Conclusion
सेहत के लिए बेहद गुणकारी औषधि Brahmi ke fayde ब्राह्मी का उपयोग और नुकसान के बारे में हमने विस्तार से चर्चा की, ब्राह्मी को मष्तिष्क स्वास्थ्य, दिमाग तेज करने, याददाश्त बढ़ाने और मानसिक रोगों के लिए अधिक लाभदायक माना जाता है। जो लोग दिमाग से सम्बंधित काम करते हैं उन्हें ब्राह्मी का सेवन अवश्य करना चाहिए।
दोस्तों आशा करते हैं आपको यह लेख जरूर पसंद आया होगा तथा आपको ब्राह्मी के फायदों (Brahmi benefits) के बारे में जानकारी प्राप्त हुई होगी, कमेंट करके जरूर बताता और इस आर्टिकल को अपने परिवार के लोगों व दोस्तों के साथ शेयर भी जरूर करना।
इस आर्टिकल को पूरा करने के लिए आपका धन्यवाद
इन्हें भी पढ़ें –