एसिडिटी और गैस छुटकारा पाने के उपाय – Acidity treatment in hindi
आज के समय में एसिडिटी की समस्या (Acidity Problem) एक गंभीर रूप धारण कर रही है क्योंकि अनुचित खानपान और जीवनशैली के कारण होने वाली यह (Acid reflux) एक पाचन संबंधी आम समस्या है। Acidity के कारण सीने में जलन, गैस, खट्टी डकारें, अपच, बदहजमी जैसी समस्याएं पैदा होती है। इस आर्टिकल में जानेंगे एसिडिटी क्या है इसके कारण, लक्षण तथा एसिडिटी से छुटकारा पाने के घरेलू उपाय (Acidity ka ilaj) क्या है आइए जानते हैं Acidity treatment in hindi
आजकल फास्ट फूड, जंक फूड, पिज्जा बर्गर आदि का अधिक सेवन करना व उसके साथ पानी की जगह कोल्डड्रिंक का उपयोग करना Acidity Problem का मुख्य कारण है। आजकल समय के अभाव में जल्दबाजी के चक्कर में आसानी से उबलब्ध होने वाले इन फूड्स का सेवन करना युवाओं की जीवनशैली और दिनचर्या का हिस्सा बनता जा रहा है।
स्वाद के चक्कर में ऐसा मसालेदार व तला भुना हुआ अधिक खाने के कारण गैस, एसिडिटी, कब्ज, बदहजमी जैसी समस्याएं ज्यादा होने लगी है। एसिडिटी की समस्या से राहत पाने के लिए समय रहते सही खानपान (Acid reflux diet) व उचित जीवनशैली को अपनाकर Acidity Problem से छुटकारा पाया जा सकता है।
एसिडिटी क्या है – What is acidity in hindi
इसे Acidity को अम्लता व एसिड रिफ्लेक्स भी कहा जाता है। आयुर्वेद के अनुसार यह पित्त बढ़ने के कारण होती है। जब कभी हमारे पेट व आँतो में गैस्ट्रिक ग्लैड या एसिड अधिक मात्रा में बनने लगता है तो यह एसिडिटी कहलाता है। हमारे द्वारा किये गए भोजन को पचाने या तोड़ने का मुख्य काम पेट मे होने वाले हाइड्रोक्लोरिक एसिड का स्राव करता है। इस प्रक्रिया में किसी प्रकार की परेशानी होने के कारण गैस या Acidity Problem होने लगती है।
एसिडिटी होने के लक्षण – Symptoms of acidity in hindi
इस समस्या (Acidity Problem) के होने से शरीर में अनेक प्रकार की स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं पैदा होने लगती है जैसे
- सीने में गैस के साथ साथ जलन व दर्द होना
- बदहजमी व खट्टी डकारें आना
- अपच होने के साथ पेट मे अफरा आना
- मुंह का स्वाद बदलना व सांसो में बदबू आना
- बैचेनी होना व जी मिचलाना
- गले मे जलन के साथ उल्टी जैसा होना
- भोजन करने के बाद भारीपन व हिचकी आना
- सिर में भारीपन और दर्द होना
Table of Contents
- 1 एसिडिटी और गैस छुटकारा पाने के उपाय – Acidity treatment in hindi
- 1.1 एसिडिटी क्या है – What is acidity in hindi
- 1.2 एसिडिटी होने के लक्षण – Symptoms of acidity in hindi
- 1.3 एसिडिटी की समस्या होने के कारण – Causes of acidity problem in hindi
- 1.4 एसिडिटी की समस्या से छुटकारा पाने के उपाय – Acid reflux treatment at home in hindi
- 1.5 एसिडिटी से बचने के उपाय (Acidity se bachne ke upay)
- 1.6 गलत खानपान से होने वाली समस्याएं
एसिडिटी की समस्या होने के कारण – Causes of acidity problem in hindi
पेट मे गैस या एसिडिटी की समस्या होने का मुख्य कारण गलत खानपान और अनियमित दिनचर्या व जीवनशैली होता है। लेकिन Acidity Problem के और भी बहुत से कारण होते हैं जैसे
रात को देर से भोजन करने के कारण
आज के समय में रात के टाइम देर से भोजन करना आम बात है लेकिन रात को देर से किया गया भोजन ठीक तरह से पच नहीं पाता है। जिसके कारण एसिडिटी की समस्या होने लगती है। इसके अलावा बहुत ज्यादा तला भुना या मसालेदार खाने वालों में भी यह समस्या अधिक होती है।
टीवी या मोबाइल पर व्यस्त रहते खाना खाने के कारण
आजकल टीवी या मोबाइल में व्यस्त रहते हुए भोजन करना और फास्ट फूड या जंक फूड खाना भी आम बात है। जंक फूड, फास्ट फूड का अधिक सेवन करने से पेट संबंधी अनेक बीमारियां उत्पन्न होती है। ऐसे खाद्य पदार्थों में बहुत कम मात्रा में फाइबर होता है तथा इनको बनाने में फैट और मसालों का भी अधिक इस्तेमाल किया जाता है।
इसलिए टीवी या मोबाइल पर व्यस्त रहते हुए इनका सेवन भी अधिक मात्रा में कर लिया जाता है जोकि एसिडिटी के साथ-साथ अनेक बीमारियों को निमंत्रण देता है।
कार्बोनेटेड ड्रिंक का अधिक सेवन करना
बीयर और सोडा जैसे कार्बोनेटेड ड्रिंक का भी अधिक सेवन होने के कारण पेट में एसिडिटी की समस्या बढ़ती है। जल्दबाजी में भोजन करना भी एसिडिटी का कारण बनता है। शुगर फ्री फूड्स और ड्रिंक में पाए जाने वाले शक्कर के विकल्प या आर्टिफिशियल शुगर जैसे सॉर्बिटोल, मैंनिटोल और जाइलिटोल कोलन भी एसिडिटी का कारण बन सकते हैं।
एसिडिटी की समस्या से छुटकारा पाने के उपाय – Acid reflux treatment at home in hindi
हाई पीएच लेवल फूड्स का सेवन
गैस एसिडिटी की समस्या से राहत पाने के लिए हाई पीएच लेवल वाले अल्कलाइन फूड्स को भोजन में शामिल करना फायदेमंद होता है। इनमें खरबूजा, तरबूज, केला, सौंफ, किशमिश, गोभी, पपीता, नींबू आम तथा बेल जूस जैसे खाद्य या पेय पदार्थों का सेवन किया जा सकता है। यह पढ़ें – शरीर में ठंडक बढ़ाये बेल जूस जानें बेल के फायदे
फाइबर युक्त पदार्थों का सेवन
एसिडिटी की समस्या को दूर करने के लिए अपने नियमित भोजन में हाई फाइबर से भरपूर खाद्य पदार्थों का अधिक मात्रा में सेवन करना लाभकारी होता है। क्योंकि फाइबर एसिडिटी से छुटकारा दिलाने में सहायक होता है। इसके लिए साबुत अनाज, हरी सब्जियां, गाजर, शकरकंद और पोटेशियम जैसे फाइबर से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन अधिक मात्रा में करना फायदेमंद होता है।
फलों का सेवन
ऐसे फल जिनमें पानी की मात्रा बहुत अधिक होती है। उनका सेवन करने से पेट स्वस्थ रहता है और एसिडिटी की समस्या से भी छुटकारा मिलता है। यह फल शरीर को हाइड्रेटेड रखने में भी मददगार होते हैं। इसके लिए तरबूज, अनानास, संतरा, मौसम, अंगूर जैसे फलों का उपयोग फायदेमंद होता हैं। इसके साथ गन्ने का जूस भी शरीर को हाइड्रेट रखने सहायक होता है। जानिए – गन्ने का जूस पीने के हैरान करने वाले फायदे
दही या छाछ का सेवन
अपने सुबह के भोजन में नियमित दही या छाछ का प्रयोग करने से पाचन तंत्र मजबूत होता है। जिसके कारण कब्ज व एसिडिटी की समस्या से छुटकारा मिलता है। साथ ही छाछ में हींग व जीरा डालकर पीने से भी एसिडिटी से बचा जा सकता है। यह शरीर में पानी की पूर्ति करने के साथ साथ ठंडक का भी एहसास करवाती है।
सौंफ और शक्कर का सेवन
खाना खाने के बाद नियमित सौंफ चीनी का सेवन करने से पाचन शक्ति मजबूत होती है। पाचन क्रिया के ठीक से काम करने से एसिडिटी की समस्या से छुटकारा मिलता है। इसके अलावा नियमित भोजन करने के बाद गुड़ खाने से भी खाना पचने में आसानी होती है और एसिडिटी की समस्या से राहत मिलती है। साथ ही गुड़ आयरन से भरपूर होता है जिससे शरीर मे खून की कमी भी नही होती है।
ठंडे दूध में गुलाब शर्बत का सेवन
पेट मे ठंडक पहुचाने और गैस एसिडिटी से छुटकारा पाने के लिए ठंडे दूध में गुलाब से बना हुआ शर्बत डालकर साथ मे मिश्री मिलाकर पीने से फायदा होता है। यह मिश्रण शरीर को हाइड्रेट रखने में भी मददगार होता है। गर्मियों के मौसम में मीठे दूध में ठंडा पानी मिलाकर नियमित सेवन करना शरीर को डिहाइड्रेशन से बचाने के साथ साथ एसिडिटी से भी छुटकारा दिलाने में भी सहायक होता है। जानें गुलाब के औषधीय गुण और फायदे
एसिडिटी से बचने के उपाय (Acidity se bachne ke upay)
गैस्टिक या एसिडिक की समस्या से राहत पाने के लिए खानपान और घरेलू उपाय (Acidity ka gharelu ilaj) के साथ साथ इससे बचने के लिए कुछ सावधानियां बरतने तथा कुछ नुस्खों को आजमाना जरूरी होता है।
- इस समस्या से बचने के लिए सबसे पहले तो एसिडिटी बनाने वाले पदार्थों की पहचान करना जरूरी है। ऐसे पदार्थों की लिस्ट बनाएं और उनसे दूर रहने का प्रयास करें। अधिक तीखा एवं मसालेदार खाना व तले भुने हुए खाद्य पदार्थ, फास्ट फूड, पिज्जा, सॉसेज, मेयोनेज़, पैक्ड फूड्स, चिप्स, प्रोसैस्ड फूड आदि का सेवन करने से बचना चाहिए।
- एसिडिटी की समस्या से बचे रहने के लिए सुबह नाश्ता या लंच भरपूर मात्रा में करें। जब कभी भी जंक फूड खाने की इच्छा होने लगे तो भुने हुए चने या मखाने, स्टीम्ड कॉर्न, इडली, पोहा जैसे पदार्थों का सेवन करें। जब भी कोई पेय पदार्थ की इच्छा हो नींबू पानी या डिटॉक्सिफाइड पानी पीएं।
- अपने नियमित भोजन को धीरे धीरे और अच्छे से चबाकर तथा आनंद लेते हुए खाएं। भोजन के बीच में या भोजन के तुरंत बाद पानी नहीं पीना चाहिए। पानी भोजन से 20 मिनट पहले या 20 25 मिनट बाद ही पीना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है।
गलत खानपान से होने वाली समस्याएं
जंक फूड का अधिक सेवन करने के कारण फैटी लिवर, कोलेस्ट्रोल, हृदय रोग, यूरिक एसिड, बदहजमी व एसिडिटी जैसी स्वास्थ्य से संबंधित समस्याएं पैदा होती है। इसके अलावा बर्गर व पिज्जा को अधिक स्वादिष्ट बनाने के लिए नमक का प्रयोग अधिक मात्रा में किया जाता है। जिसके कारण हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा, दिल की बीमारियां, व हड्डियों के रोग जैसी समस्याएं पैदा होती है।
इनके कारण धीरे-धीरे मेटाबॉलिज्म डिसऑर्डर व शुगर की बीमारी भी होने की संभावना बढ़ जाती है। मैदे व फैटी एसिड से बना होने के कारण बर्गर आंतों में अधिक चिपकना है। इसलिए इसके सेवन से कब्ज की समस्या होती है। आजकल ऐसे खान-पान के कारण युवाओं के साथ साथ बच्चे भी इन समस्याओं की चपेट में आ रहे हैं। अगर समय रहते इस और ध्यान नहीं दिया गया तो आगे चलकर यह गंभीर बीमारियों का कारण भी बन सकता है।
निष्कर्ष – Conclusion
इस आर्टिकल में हमने जाना अम्लता या Acidity Problem क्या है इसका का कारण, लक्षण तथा एसिडिटी की समस्या से छुटकारा पाने के घरेलू उपाय (Acidity ka ilaj) और एसिडिटी से बचने के उपाय व सावधानियां तथा गलत खानपान के कारण होने वाले स्वास्थ्य नुकसान क्या है। इस लेख के बारे में आपके कोई भी सुझाव या सवाल हो तो कमेंट बॉक्स में लिख सकते हैं।
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-: लेख को अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद :-
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