Amaranth in hindi | चौलाई के फायदे जान गए तो रोज खाएंगे ये लाल साग

सेहत के लिए गुणकारी है यह हरी पत्तेदार सब्जी चौलाई : Cholai ke fayde aur upyog

चौलाई (Cholai) विश्व भर में पाए जाने वाले एक पौधे की प्रजाति है सेहत के लिए चौलाई फायदेमंद यानि Benefits of Amaranth in hindi व बहुत ही उपयोगी पत्तेदार सब्जी है। अधिकतर Cholai की सब्जी या साग का ही सेवन किया जाता है लेकिन चौलाई का इस्तेमाल अनेक तरीकों से और बहुत से रोगों से बचने के लिए भी किया जा सकता है। आइए जानते है Cholai ke fayde और उपयोग कैसे करें Benefits of amaranth in hindi

चौलाई का सेवन साग-सब्जी (Cholai ki sabji), भाजी के रूप में किया जाता है। चौलाई विटामिन सी से भरपूर होती है इसमें अनेक प्रकार के औषधीय गुण मौजूद होते हैं इसमें मौजूद इन्हीं औषधीय गुणों के कारण आयुर्वेद में चौलाई को अनेक रोगों के उपचार में फायदेमंद माना जाता है।

शरीर में किसी भी प्रकार के विष या जहर के प्रभाव को कम करने में या विष का नाश करने में चौलाई (Amaranth in hindi) सबसे महत्वपूर्ण मानी जाती है। इसलिए चौलाई को विष धन के नाम से भी जाना जाता है।

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चौलाई का पूरा पौधा ही औषधीय गुणों से भरपूर होता है इस पौधे के पंचांग यानी सभी भाग जैसे जड़, डंठल, पत्तियां, फल, फूल आदि का उपयोग स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने में किया जा सकता हैं।

चौलाई की पत्तियों व डंडियों में प्रोटीन, खनिज, विटामिन ए व विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसे कुछ जगह बारिश में लाल साग (Red chalai saag) के नाम से भी जाना जाता है। लाल साग यानी Chola ka saag एनीमिया रोग में बहुत लाभदायक माना जाता है। इसलिए इसके साग का सेवन गर्भावस्था में महिलाओं को करने की सलाह दी जाती है।

चौलाई के फायदे / Benefits of amaranth in hindi

इस को काफी स्वास्थ्य वर्धक साग सब्जी माना गया है। चौलाई में मौजूद पोषक तत्वों के कारण इसमें अनेक औषधीय गुण भी होते हैं। जिसके कारण निम्न रोगों से बचने या रोगों के उपचार के लिए चौलाई का इस्तेमाल किया जाता है।

  • इम्यून सिस्टम को बूस्ट करती है
  • पाचन सिस्टम को मजबूत करती है
  • हड्डियां व मांसपेशियां मजबूत करती है
  • बालों के स्वास्थ्य के लिए उपयोगी होती है
  • कब्ज से छुटकारा दिलाती है
  • आंखों के स्वास्थ्य में रोशनी बढ़ाने में उपयोगी है
  • दिल को हैल्दी व ह्रदय रोगों से बचायें रखती है

चौलाई क्या है : what is amaranth in hindi

अमरंथ यानि चौलाई पूरे विश्व में पाई जाने वाली एक हरी पत्तेदार सब्जी (Cholai ki sbji) है। इसकी लगभग 60 प्रजातियां पहचानी जा चुकी है। इसे भिन्न-भिन्न जगह के अनुसार अलग-अलग नामों से जाना जाता है।

चौलाई को तंदुलीय, अमरंथ (Amaranth), लाल साग (Red saag) भी कहा जाता है क्योंकि यह हरे रंग के साथ-साथ लाल बैंगनी रंग में भी होती है। लाल रंग वाली चौलाई को स्वास्थ्य के लिए अधिक उत्तम माना जाता है। चौलाई में बहुत से पोषक तत्व व औषधीय गुण मौजूद होते हैं। यह बहुत ही स्वादिष्ट होने के साथ-साथ अनेक रोगों का इलाज करने में भी फायदेमंद होती है।

चौलाई में पोषक तत्व : Cholai nutrition in hindi

यह अनेक पोषक तत्वों का भंडार है Cholai में प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन सी, विटामिन ए, कार्बोहाइड्रेट, मिनरल्स, आयरन, खनिज आदि प्रचुर मात्रा में मौजूद होते हैं। इसमें मौजूद इन्हीं पोषक तत्वों के कारण इसका इस्तेमाल अनेक बीमारियों से बचने में किया जाता है।

चौलाई को नियमित खाने से पेट के रोग, पाचन संबंधी समस्याएं, कब्ज, वात रोग, रक्त दोष व स्किन संबंधी समस्याएं दूर होती है। यह मूल्यवान एंटी ऑक्सीडेंट और फेनालिक योगिक से भरपूर है। इसकी पत्तियों व बीजों में प्रोटीन, विटामिन सी, ए और खनिज काफी मात्रा में होते हैं।

चौलाई के फायदे क्या है : Cholai benefits in hindi

इम्यून सिस्टम मजबूत करने में चौलाई

विटामिन सी और प्रोटीन से भरपूर चौलाई का नियमित सेवन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है तथा संक्रमण रोगों से बचाने में यह बहुत ही लाभदायक होती है। अगर चौलाई की सब्जी का कुछ दिनों तक सेवन किया जाए तो हीमोग्लोबिन की कमी दूर होकर शरीर की रोगों से लड़ने की शक्ति बहुत मजबूत होती है और शरीर स्वस्थ व निरोगी रहता है।

पेट के रोगों में चौलाई का उपयोग

चौलाई पेट संबंधी रोगों से छुटकारा दिलाने में भी उपयोगी होती है क्योंकि इसमें रेशे, क्षार, द्रव्य आदि प्रचुर मात्रा में मौजूद होते हैं जो आमतौर से चिपके हुए मल को बाहर निकालकर आंतों को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।

इसके सेवन से पेट भी ठीक से साफ होता है तथा पुरानी से पुरानी कब्ज की समस्या दूर होती है। चौलाई आंतों की सूजन दूर करने और आंतों को साफ रखने व इनकी कार्य क्षमता बढ़ाने में बहुत फायदेमंद मानी जाती है।

हड्डियां मजबूत करने में चौलाई का सेवन

चौलाई कैल्शियम का बहुत अच्छा स्रोत यानि Calcium rich food होती है इसलिए यह हड्डियों व मांसपेशियों के लिए बहुत लाभदायक मानी जाती है। नियमित तौर पर चौलाई का किसी भी रूप में सेवन करने से हड्डियां मजबूत होती है तथा मांसपेशियों में खिंचाव व हड्डियों में फैक्चर आदि होने के खतरों से बचा जा सकता है। चौलाई का सेवन करने से हड्डियों के साथ-साथ दांत व नाखून भी स्वस्थ व मजबूत होते हैं।

दिल को स्वस्थ रखने में चौलाई के फायदे

चौलाई पोटेशियम और फोलिक एसिड से भरपूर होने के कारण हृदय के लिए भी फायदेमंद मानी जाती है। यह हृदय की धमनियों को सख्त होने से बचाती है जोकि स्ट्रोक का कारण बनती है। यह रक्त वाहिकाओं को आराम देकर दिल को स्वस्थ रखती है तथा कोलेस्ट्रोल की समस्या से भी छुटकारा दिलाती है।

बालों को स्वस्थ रखें चौलाई

चौलाई बालों को स्वस्थ रखने व घना लंबा बनाने में भी मददगार होती है क्योंकि चौलाई में लाइसिन और अमीनो एसिड जैसे तत्व मौजूद होते हैं जो बालों को सेहतमंद रखने और घना लंबा बनाने व झड़ने से रोकने रोकने में सहायक होते हैं।

इसलिए इसका नियमित सेवन करने से या इसका जूस निकालकर सुबह के समय रोज पीने से बालों संबंधी तमाम तरह की समस्याओं से छुटकारा मिलता है।

त्वचा की समस्याओं को दूर करने में चौलाई का प्रयोग

स्किन संबंधी किसी भी प्रकार की समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए चौलाई का प्रयोग लाभदायक होता है। स्किन के दाग-धब्बे, फोड़े-फुंसी, झुरिया, पिंपल्स आदि मिटाने के लिए चौलाई के पंचांग को पीसकर इसका लेप लगाने से तमाम तरह की Skin problems से छुटकारा मिलता है। दाद-खाज, खुजली जैसी समस्याओं में भी छुटकारा पाने के लिए चौलाई का प्रयोग फायदेमंद होता है।

स्वस्थ रहने के लिए चौलाई का सेवन

सुबह के नाश्ते में रोज चौलाई को शामिल करने या चौलाई का ताजा जूस निकालकर रोज पीने से स्वस्थ रहने में काफी मदद मिलती है। चौलाई में लाइसिन होने के कारण यह कैल्शियम को अवशोषित करने में शरीर की काफी हेल्प करती है जिससे थकान, तनाव, आलस्य जैसी समस्या दूर होती है तथा शरीर तरोताजा व एनर्जेटिक महसूस करता है।

गले के रोग व खांसी में चौलाई का प्रयोग

किसी प्रकार की खांसी सुखी या बलगम वाली, गले सम्बंधी समस्याएं आदि दूर करने के लिए चौलाई के पंचांग से काढ़ा बनाकर सेवन करें और इसमें सेंधा नमक मिलाकर इस से गरारा करने से खांसी से छुटकारा मिलता है और बलगम की समस्या दूर होती है तथा गला साफ होता है और गले संबंधी तमाम तरह की समस्या दूर होती है।

आंखों के स्वास्थ्य के लिए चौलाई का सेवन

इसमें प्रचुर मात्रा में विटामिन ए और सी मौजूद होता है। विटामिन में विटामिन ए ऐसा विटामिन है जो बहुत कम पदार्थों में पाया जाता है और जो आंखों के स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी होता है।

यह आंखों में संक्रमण को रोकता है तथा दृष्टि मजबूत बनाए रखने के लिए भी यह काफी फायदेमंद है। चौलाई मोतियाबिंद के जोखिम के खतरे को भी कम करती है तथा आंखों के शुष्क होने व दृष्टि धुंधली होने से भी बचाती है।

शरीर में विष का प्रभाव कम करने में चौलाई

किसी भी प्रकार के विषैले कीड़ों या जीव जंतु के काटने या शरीर में विश्व का प्रभाव होने पर चौलाई का रस या इसकी जड़ से काढ़ा बनाकर उसमें काली मिर्च डालकर पीने से विष का प्रभाव बहुत जल्द समाप्त हो जाता है।

ग्रामीण इलाकों में खेतों में काम करते समय या घर मे किसी तरह के जहरीले कीड़े या जीव जंतु के काटने पर अक्सर चौलाई का प्रयोग (uses of amaranth in hindi) किया जाता है।

Amaranth in hindi
Benefits of Amaranth in hindi

चौलाई के अन्य प्रयोग : Other uses of Amaranth in hindi

इसके ऊपर बताएं गए फायदों (Benefits of amaranth in hindi) के अलावा चौलाई का उपयोग करने के और भी बहुत से स्वास्थ्य लाभ और फायदे होते हैं।

  • चौलाई की सब्जी बनाकर सेवन करने के साथ-साथ इसका रस निकालकर उसमें सेंधा नमक मिलाकर पीने से पाचन तंत्र मजबूत होता है। क्योंकि Digestive system को मजबूत करने में चौलाई काफी मददगार होती है। इसके सेवन से भूख बढ़ती है।
  • छोटे बच्चों को पेट में कीड़े या कब्ज की समस्या होने पर चौलाई का सेवन औषधि के रूप में किया जाता है इसके लिए चौलाई का दो से तीन चम्मच रस निकालकर सुबह-शाम सेवन करने से बहुत जल्द फायदा मिलता है।
  • प्रसव के बाद दूध पिलाने वाली महिलाओं के लिए भी यह औषधि का काम करती है यदि दूध की कमी की समस्या हो तो चौलाई के साग का नियमित कुछ दिन सेवन करने से फायदा होता है।
  • महिलाओं में अक्सर होने वाली लिकोरिया की समस्या से छुटकारा पाने के लिए चौलाई के पौधे को कूटकर पेस्ट बनाकर शहद या चीनी मिलाकर पिलाने से फायदा मिलता है।
  • अक्सर लोग ग्रामीण इलाकों में फोड़े फुंसी निकलने या किसी प्रकार का घाव होने पर चौलाई के पंचाग का काढ़ा बनाकर उससे घाव को धोया जाता है इससे घाव जल्दी भरता है।
  • ग्रामीण इलाकों में नकसीर यानी नाक से खून आने की समस्या होने पर चौलाई के पौधे का रस निकालकर पिया जाता है और इससे तुरंत लाभ होता है।

चौलाई का सेवन कैसे करें : Uses of Amaranth in hindi

चौलाई का ज्यादातर सेवन साग सब्जी के रूप में किया जाता है या इसके पंचांग से काढ़ा बनाकर सेवन या प्रयोग किया जाता है लेकिन चौलाई को कच्चा खाने से कुछ लोगों में स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होने का खतरा रहता है क्योंकि चौलाई में ऑक्सालेट और नाइट्रेट्स जैसे कुछ घटक होते हैं जो इसको उबालने पर स्वतः ही नष्ट हो जाते हैं।

FAQ

Q 1. चौलाई का साग खाने से क्या होता है?

Ans अमरंथ (Amaranth in hindi) यानि चौलाई का साग खाने से शरीर में अनेक पोषक तत्वों की पूर्ति होती है क्योंकि इसमें विटामिन सी, ए प्रचुर मात्रा में होने के साथ-साथ कैल्शियम, राइबोफ्लेविन, फॉलेट आदि भी पाए जाते हैं इसलिए इस लाल साग को खाने से अनेक रोगों से बचने में मदद करती है।

Q 2. चौलाई के साग में कितनी कैलोरी होती है?

Ans  इसमें मौजूद तत्वों में कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन सी, विटामिन ए, मिनरल्स, आयरन भरपूर मात्रा में होने के साथ-साथ 100 ग्राम चौलाई में लगभग 23 कैलोरी मौजूद होती है। इसका सेवन करने से पेट से जुड़े तमाम तरह के रोगों से छुटकारा मिलता है।

Q 3. चौलाई की तासीर क्या है?

Ans इस (Cholai) को गर्म तासीर का साग मानी जाता है इसलिए इसका सेवन अधिकतर सर्दियों के मौसम में किया जाता है क्योंकि इसके इस्तेमाल से मौसम बदलने के कारण होने वाली बीमारियों से बचने में मदद मिलती है।

निष्कर्ष

आज के इस लेख में हमने जाना चौलाई क्या होती है (Amaranth in hindi) तथा Cholai का सेवन कैसे किया जाता है, चौलाई के फायदे और इसके औषधीय गुण तथा इसमें कौन-कौन से पौषक तत्व मौजूद होते हैं और Amaranth यानि चौलाई का सेवन किन-किन रोगों से बचने में किया जा सकता है। इस लेख के बारे में आपके कोई भी सवाल या सुझाव हो तो कमेंट बॉक्स में लिख सकते हैं।

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