शुगर रोग में क्या खाएं – Best diet plan for diabetic patients in india
यह लेख मधुमेह के लिए आहार चार्ट (Diabetes diet plan in hindi) शुगर से ग्रस्त रोगियों के लिए है। आज के समय में मधुमेह यानि Diabetes न केवल भारत अपितु संपूर्ण विश्व में फैली हुई एक गंभीर समस्या है इसका कोई सटीक उपचार नहीं है। शुगर न केवल आपके शरीर को प्रभावित करता है बल्कि अन्य रोगो को भी आमंत्रण देता है।
इसे केवल उचित प्रबंधन और मधुमेह रोग में डाइट प्लान (Diabetes diet plan) के माध्यम से ही नियंत्रित किया जा सकता है। आइए जानते है मधुमेह के लिए आहार चार्ट | Diabetes diet plan | in hindi
डायबिटीज में डाइट प्लान : Diabetes diet plan in hindi
स्वस्थ और निरोगी रहने के लिए संतुलित आहार की आवश्यकता हर किसी को होती है। लेकिन डायबिटीज के रोगी के लिए यह (Diabetes diet plan) अधिक आवश्यक हो जाता है। डायबिटीज के रोगी को यह सबसे बड़ी चिंता रहती है कि क्या खाया जाए और क्या नहीं खाया जाए।
इसलिए निरोगी हेल्थ के इस आर्टिकल में जानते हैं कि Diabetes diet plan क्या है तथा मधुमेह की बीमारी में कौन कौन से खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए और क्या क्या नहीं खाना चाहिए आइए जानते है Diabetes diet plan in hindi
Table of Contents
- 1 डायबिटीज में डाइट प्लान : Diabetes diet plan in hindi
- 1.1 डायबिटीज क्या है (What is diabetes in hindi)
- 1.2 डायबिटीज होने के कारण क्या है (Causes of diabetes in hindi)
- 1.3 मधुमेह के लिए आहार चार्ट : Diabetes diet plan in hindi
- 1.4 मधुमेह में खानपान में बदलाव (Diet changes in diabetes in hindi)
- 1.5 डायबिटीज के रोगी को क्या खाना चाहिए (What to eat in diabetes in hindi)
- 1.6 डायबिटीज के रोगी को क्या नहीं खाना चाहिए (What not to eat in diabetes in hindi)
- 1.7 डायबिटीज के रोगी के लिए जीवन शैली में बदलाव (Lifestyle changes for diabetes in hindi)
- 1.8 FAQ – मधुमेह के लिए आहार चार्ट | Diabetes diet plan | in hindi
डायबिटीज क्या है (What is diabetes in hindi)
आज के समय में डायबिटीज होना आम बात है। मधुमेह के कारण रोगी का अग्नाशय पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन का उत्पादन नहीं करता तथा शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन को ठीक से प्रतिक्रिया नहीं देती। ग्लूकोज को अन्य कोशिकाओं तक पहुंचाने का काम इंसुलिन का होता है।
डायबिटीज के रोगी के शरीर में इंसुलिन बनना बंद या कम हो जाता है। जिसकी वजह से शरीर में ग्लूकोज की मात्रा अधिक हो जाती है।
इसके कारण बार-बार पेशाब आना, प्यास लगना और भूख ज्यादा लगना आदि समस्याएं उत्पन्न होती है। यदि समय पर इसका उपचार न किया जाए तो डायबिटीज कई जटिलताओं का कारण बन सकता है।
डायबिटीज होने के कारण क्या है (Causes of diabetes in hindi)
अनुचित खानपान, व्यायाम न करना, अत्यधिक तनाव और शारीरिक एक्टिविटी आदि कारणों से शरीर में त्रिदोष यानी वात, पित्त और कफ असंतुलित हो जाते हैं। जो कि डायबिटीज का मुख्य कारण होता है। यह एक मेटाबॉलिक डिसऑर्डर होता है।
इसमें हम जो कुछ भी खाते हैं। वह ग्लूकोज में परिवर्तित होकर ब्लड के द्वारा शरीर में फैल जाता है और इस बीमारी की शुरुआत होती है।
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मधुमेह के लिए आहार चार्ट : Diabetes diet plan in hindi
इस बीमारी को नियंत्रित रखने का Diabetes diet plan सबसे अच्छा उपाय है इसलिए इस Diabetes diet chart का पालन करना फायदेमंद होता है।
1 शुगर के रोगी को रात को एक चम्मच मेथी को पानी में भिगोकर रखना चाहिए सुबह उठते ही मेथी को चबाकर खाएं और पानी पी लेवें। यह नियमित करते रहे।
2 मेथी खाने के 40 मिनट बाद शुगर फ्री चाय या दूध का सेवन कर सकते हैं।
3 नाश्ते Morning breakfast में अंकुरित अनाज का सेवन करना चाहिए। इसके साथ मोटे अनाज का एक कटोरी दलिया खाना लाभदायक होता है।
4 दोपहर के भोजन से पहले सलाद और विटामिन सी युक्त फलों का सेवन करना चाहिए।
5 भोजन में मल्टीग्रेन आटे की चपाती, चावल, दाल, सब्जी, दही या छाछ का सेवन करना चाहिए। डायबिटीज के रोगी को छाछ का सेवन अवश्य करना चाहिए।
6 शाम के समय ग्रीन टी या नींबू की चाय का सेवन करना चाहिए। साथ में कम मीठे बिस्कुट वगैरह भी ले सकते हैं।
7 रात का भोजन हल्का होना चाहिए। इसमें एक कटोरी सब्जी और प्लेन रोटी का सेवन करना चाहिए।
8 सोते समय एक गिलास गर्म दूध में हल्दी डालकर पीना चाहिए क्योंकि हल्दी में एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण मधुमेह विरोधी होते हैं।
9 डायबिटीज के रोगी को पानी का सेवन उचित मात्रा में थोड़े-थोड़े अंतराल से करना चाहिए।
10 मधुमेह के रोगी को अल्कोहल का सेवन कभी नहीं करना चाहिए क्योंकि अल्कोहल में ग्लूकोज भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
11 शुगर के रोगी को इस Diabetes diet plan का नियमित पालन करना चाहिए जिससे मधुमेह को नियंत्रित रखा जा सके।
मधुमेह में खानपान में बदलाव (Diet changes in diabetes in hindi)
डायबिटीज के मुख्य दो प्रकार होते है टाइप-1 व 2, टाइप-1 डायबिटीज में शरीर के इंसुलिन बनाने वाले सेल्स पूरी तरह डैमेज हो जाते हैं। इन्हें मैनेज नहीं किया जाना मुश्किल हो सकता है। ऐसे में इंसुलिन बाहर से ही लेनी पड़ती है।
जबकि टाइप-2 डायबिटीज को Diabetes diet plan और दिनचर्या व जीवनशैली में बदलाव तथा कुछ सावधानियां अपनाकर नियंत्रण किया जा सकता है। जानते हैं कैसे
फाइबर का सेवन
एक व्यस्क व्यक्ति को नियमित 2000 कैलोरी आहार पर 25 ग्राम फाइबर का सेवन अवश्य करना चाहिए। इसके लिए भोजन में मिलेट्स, हरी मटर, साबुत या मोटे अनाज, छिलके सहित एप्पल, दलिया, सलाद आदि को शामिल करें।
नियमित प्रचुर मात्रा में फाइबर का सेवन करने से आंतें हेल्थी रहती है और वजन भी नियंत्रित रहता है।
पाचन तंत्र में फाइबर और पानी मिलकर एक जैल बनाते है जो भोजन पचाने की दर को संतुलित रखने में सहायक है साथ ही यह ब्लड शुगर को भी नियंत्रित रखते हैं। इसलिए शुगर के रोगी को Diabetes diet plan में फाइबर युक्त पदार्थो का सेवन अधिक करना चाहिए।
विटामिन डी का सेवन
ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में विटामिन डी (Vitamin D) मुख्य भूमिका निभाता है। जिन लोगों को पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी नहीं मिलता, उन्हें डायबिटीज का खतरा अधिक रहता है। विटामिन डी के अच्छे स्रोतों में वसायुक्त मछली, दही, संतरे का जूस, आदि खट्टे पदार्थ होते हैं।
इसके अलावा धूप से भी विटामिन डी पर्याप्त किया जा सकता है इसके लिए हफ्ते दो से तीन बार कम से कम 30 मिनट तक उगते सूर्य के सामने धूप में जरूर बैठना चाहिए। और आंवला, नींबू ,संतरा, पपीता आदि विटामिन डी युक्त फलों का सेवन नियमित करना चाहिए।
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शारीरिक एक्टिविटी करना
एक्सरसाइज कोशिकाओं की इन्सुलिन सेंसटिविटी को बढ़ाती है। इससे ब्लड में शुगर नियंत्रित रहता है। डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए ऐसी एक्सरसाइज करें जिससे हर हफ्ते कम से कम 2000 कैलोरी बर्न होती हो।
इसके लिए हफ्ते में 5 दिन 40 से 45 मिनट तेज कदमों से वॉक, साइकिलिंग, स्विमिंग, एरोबिक आदि। नियमित एक्सरसाइज पेनक्रियाज की कार्य क्षमता बढ़ाने के साथ साथ इसे मजबूत भी करती है।
वॉक करना
जिन लोगों का काम एक जगह ज्यादा समय तक बैठे रहने का होता है उनकी तुलना में जो लोग शारीरिक एक्टिव ज्यादा रहते है उनमें डायबिटीज का खतरा बहुत कम होता है।
इसलिए नियमित भोजन करने के बाद पांच सौ मीटर वॉक करना डायबिटीज से बचाने में मददगार होता है।
इसके अलावा सुबह की मोर्निंग वॉक भी शरीर को तरोताजा रखने और डायबिटीज व वजन नियंत्रित रखने में सहायक होती है।
ग्रीन टी या ब्लैक कॉफी का सेवन
नियमित ब्लैक कॉफी पीने से टाइप टू डायबिटीज का खतरा कम हो जाता है। कॉफी और चाय में पॉलिफिनॉल्स नामक एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। ग्रीन टी में एपीगैलोकेटचीन गैलेट नामक एंटीऑक्सीडेंट होता है जो इंसुलिन संवेदनशीलता बढ़ाने में मदद करता है।
कॉफी और ग्रीन टी में कैफीन भी पाया जाता है जो Digestive system यानि पाचन क्रिया को तेज करता है। इसलिए इनसे वजन व शुगर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
फास्ट फूड, व्हाइट फूड का परहेज करें
जल्द पचने वाले पदार्थों का अधिक सेवन करने वालों में डायबिटीज होने का खतरा अधिक होता है। क्योंकि इनसे इंसुलिन बनने की क्षमता कम हो जाती है और ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ जाता है।
व्हाइट ब्रेड, मैदा, व्हाइट चीनी, पास्ता या मैदे से बने अन्य फास्ट फूड ( Four white foods) में रैसेदार और पोस्टिक भागों को हटा दिया जाता है। इसलिए ऐसी चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए।
हेल्थी फूड्स
करेले का जूस, मेथी दाना, आंवला, दालचीनी, एलोवेरा व आंवला जूस, जामुन की गुठली का पाउडर, ग्रीन टी आदि ऐसे घरेलू खाद्य पदार्थ होते हैं जो शुगर की बीमारी में सहायक होते हैं।
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डायबिटीज के रोगी को क्या खाना चाहिए (What to eat in diabetes in hindi)
शुगर की बीमारी में Diabetes diet plan को फॉलो करने के साथ कुछ अन्य खाद्य या पेय पदार्थ भी है जिनका सेवन करना डायबिटीज रोग में फायदेमंद होता है।
- शुगर के रोगी को खीरा, टमाटर, मूली, पपीता, नाशपाती, सेब, संतरा आदि का सेवन नियमित करना लाभदायक होता है।
- डायबिटीज के रोगी को ब्राउन राइस, ओट्स, जौ, सफेद चावल या सफेद ब्रेड आदि का सेवन नियमित मात्रा में करना चाहिए।
- पालक में मैग्नीशियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है और इसमें कैलोरी बहुत कम और पोषक तत्व भरपूर होने के कारण इसका भी शुगर में नियमित सेवन लाभदायक होता है।
- फलिया और काला चना भी फाइबर और प्रोटीन से भरपूर होने के कारण यह भी ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मददगार होते हैं।
- दही में प्रोटीन की मात्रा अधिक व कार्बोहाइड्रेट कम होने के कारण यह भी शुगर को नियंत्रित करने में सहायक होता है।
- शुगर के रोगी को अमरूद काफी लाभदायक होता है। इसमें विटामिन ए, विटामिन सी व फाइबर होने के कारण यह शुगर नियंत्रित करता है। इसमें शर्करा अल्प मात्रा में होती है।
- जामुन का फल शुगर के रोगी के लिए बहुत ही लाभकारी होता है यह ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में मददगार होता है।
- फाइबर से भरपूर फल जैसे पपीता, सेब, संतरा, नाशपाती, अमरूद आदि का सेवन करना चाहिए।
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डायबिटीज के रोगी को क्या नहीं खाना चाहिए (What not to eat in diabetes in hindi)
मधुमेह में Diabetes diet plan के साथ साथ शुगर के रोगी को कुछ फल और सब्जियां खाने से परहेज करना आवश्यक होता है क्योंकि इनसे ब्लड शुगर का स्तर बढ़ता है। इनके अलावा और भी बहुत से खाद्य पदार्थ है जिनसे शुगर के रोगी को बचना चाहिए या कम खाना चाहिए जैसे-
- डायबिटीज के रोगी को ज्यादा मीठा या मिठाईयां जैसे लड्डू, जलेबी, गुलाब जामुन, रसगुल्ला नारियल आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।
- चीनी, ग्लूकोस, गुड, शहद, क्रीम, बिस्किट, आइस क्रीम, केक, चॉकलेट, पेस्ट्री आदि का सेवन शुगर में नहीं करना चाहिए।
- ज्यादा तेल के अचार, पापड़, साबूदाना, तले पदार्थ, समोसा, कचोरी, बड़ा आदि का सेवन भी नहीं करना चाहिए।
- शुगर में बटर, दूध की क्रीम, मावा, मिठाई आदि के अलावा मांसाहारी भोजन डायबिटीज के रोगियों के लिए बहुत नुकसानदायक होता है।
- डायबिटीज में शरबत, कोल्ड ड्रिंक, हार्ड ड्रिंक, मिल्क शेक, फ्रूट ज्यूस, मैंगो शेक आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।
- ज्यादा तला, भुना या तैलीय खाद्य पदार्थ व फास्ट फूड, जंक फूड आदि का सेवन भी नहीं करना चाहिए या बहुत ही कम मात्रा में करना चाहिए।
- आम, केला और अंगूर जैसे शुगर की उच्च मात्रा वाले फलों का सेवन नहीं करें या कम से कम सेवन करना चाहिए।
डायबिटीज के रोगी के लिए जीवन शैली में बदलाव (Lifestyle changes for diabetes in hindi)
- शुगर के रोगी को ज्यादा भूख लगती है लेकिन भूख लगने पर ज्यूस, पानी, छाछ, दही, फ्रूट, सलाद आदि से भूख मिटाने की कोशिश करनी चाहिए।
- डायबिटीज के रोगी को अपना वजन नियंत्रित रखना बहुत आवश्यक होता है। इसलिए योग, व्यायाम व शारीरिक एक्टिविटी करके अपना वजन नियंत्रित रखने की कोशिश करें।
- शुगर के रोगी को मीठी चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए व ज्यादा नमक युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन भी नहीं करना चाहिए।
- खाना बनाने में अधिक तेल या रिफाइंड का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
- रात को जल्दी सोने व सुबह जल्दी उठने को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं।
- हमेशा खुश रहने की कोशिश करें अधिक चिंता व तनाव ना लें और ज्यादा से ज्यादा अपने को व्यस्त रखने की कोशिश करें।
- सुबह के नाश्ते में अंकुरित अनाज और हरा ज्यूस व सूप का सेवन अवश्य करना चाहिए।
- अपनी नियमित डाइट प्लान (Diabetes diet plan) का पालन करें और शुगर के स्तर को नियंत्रित रखने की कोशिश करें।
मधुमेह के रोगी को Diabetes diet plan के साथ साथ अपना नियमित चेकअप अवश्य करवाना चाहिए एवं डॉक्टर के बताए अनुसार दवाओं का सेवन भी करना चाहिए।
FAQ – मधुमेह के लिए आहार चार्ट | Diabetes diet plan | in hindi
Q1. शुगर के रोगी को क्या क्या परहेज करना चाहिए?
Ans डायबिटीज के रोगियों को कुछ फल और सब्जियों को खाने से बचना चाहिए जैसे आलू, शकरकंद, कटहल, आम, अँगूर, खजूर, केला चकुंदर और गाजर यह कुछ ऐसे उत्पाद है जिनका सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए क्योंकि इनसे ब्लड शुगर का स्तर बढ़ता है।
Q2. शुगर की गोली कब लेना सही रहता है?
Ans डायबिटीज के रोगी को हमेशा शुगर की गोली भोजन करने से आधा घंटा पहले ले लेनी चाहिए।
Q3. शरीर में शुगर का स्तर कम होने के क्या लक्षण होते हैं?
Ans शरीर में ब्लड शुगर कम होने के लक्षण हैं जैसे भूख ज्यादा लगना, पसीना आना, घबराहट होना, थकान व चक्कर आना, मूड में बदलाव आदि है ब्लड शुगर कम होने से सामान्य गतिविधियां भी मुश्किल हो जाती है।
Q4. क्या योग और व्यायाम मधुमेह से बचाव में सहायक है?
Ans योग, व्यायाम शरीर में इंसुलिन बनाने के साथ-साथ शुगर को कम करने में सहायक है। योग व व्यायाम का नर्वस सिस्टम पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है साथ ही योग तनाव को भी कम करता है जो शुगर का मुख्य कारण होता है।
निष्कर्ष – Conclusion
आज इस लेख में हमने जाना शुगर रोग में क्या खाएं (Diabetes diet plan indian) डायबिटीज क्या है, डायबिटीज होने के कारण और मधुमेह रोग में डाइट प्लान (Diabetes diet plan) क्या है तथा तथा शुगर के रोगी को क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए साथ ही इस बीमारी में कौन कौन सी सावधानियां रखना जरूरी होता है।
इस लेख के बारे में आपके कोई भी सुझाव या सवाल हो तो निचे कमेंट में जरूर लिखें।
इस आर्टिकल में दी गई तमाम जानकारियों को सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है। अतः किसी भी सुझाव को आजमाने से पहले चिकित्सक से परामर्श अवश्य कर लेंगे।
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