थायराइड के लक्षण, कारण और थायराइड का रामबाण इलाज (Thyroid treatment in hindi)
थायराइड का रोग अनुचित आहार और तनावपूर्ण जीवनशैली के कारण होता है थायराइड का रामबाण इलाज करने के लिए आयुर्वेद चिकित्सा के अनुसार कुछ घरेलू नुस्खों को आजमाया जा सकता है। जिनके द्वारा थायराइड की समस्या से छुटकारा पाना या थायराइड का रामबाण इलाज आसान है।
निरोगी हेल्थ के इस लेख में ऐसे ही कुछ घरेलू उपायों के बारे में बताया गया है जिनको अपने नियमित आहार में शामिल करके थायराइड का रामबाण इलाज किया जा सकता है आइए जानते हैं थायराइड का रामबाण इलाज | लक्षण | Thyroid ka gharelu ilaj | in hindi
Table of Contents
- 1 थायराइड का रामबाण इलाज / Thyroid ka gharelu ilaj
थायराइड का रामबाण इलाज / Thyroid ka gharelu ilaj
जिनको थायराइड होता है। उन्हें गले में काफी दिक्कत होती है। इसमें वात, पित्त और कफ का असंतुलन और मुख्य रूप से वात एवं कफ़ विकार के कारण होता है। थायराइड जड़ से खत्म करने के लिए आयुर्वेदिक तरीकों को आजमा सकते हैं। आयुर्वेदिक उपचार द्वारा वात और कफ़ दोष को संतुलित कर इस बीमारी थायराइड का रामबाण इलाज किया जा सकता है।
एलोपैथिक चिकित्सा में थायराइड विकार के लिए स्टेरॉयड का सेवन कराया जाता है जो कि हानिकारक होता है। ऐसी कई घरेलू चीजें हैं जिनका रोजाना खानपान के रूप में उपयोग करके थायराइड का रामबाण इलाज किया जा सकता है। जानते हैं Thyroid ka ilaj
थायराइड क्या है (What is Thyroid in hindi)
यह गले में स्थित एक ग्रंथि का नाम है। ये गले में आगे के हिस्से में मौजूद होती है। इसका आकार एक तितली के समान होता है। यह ग्रंथि शरीर में Thyroid hormone को स्रावित करने के लिए जिम्मेवार होती है। यह शरीर में कई तरह के मेटाबॉलिज्म को बनाए रखने के लिए जरूरी होती है।
हम जो भी खाते है,यह ग्रथि उस भोजन को ऊर्जा में बदलने का काम करती है। जब यह असंतुलन हो जाता है। तो थायराइड की समस्या उत्पन्न होती है। थायराइड दो प्रकार से होता है। हाइपो थायराइड और हायपर थायराइड।
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थायराइड के लक्षण क्या है (Symptoms of Thyroid in hindi)
गले में थायराइड ग्रंथि की सक्रियता खराब होने लगती है। इसकी वजह से T3 और T4 हार्मोन ज्यादा बढ़ने लगता है। इसके आलावा इस रोग के और भी लक्षण है जैसे
- अधिक हार्मोन पैदा होना।
- चिड़चिड़ापन हो जाना व शरीर में दर्द महसूस होना।
- महिलाओं के मासिक धर्म में गड़बड़ी।
- घबराहट महसूस होना और वजन घटना।
- बालों का ज्यादा झड़ना या पतले हो जाना।
- हाथों में कंपन होना और पसीना ज्यादा आना।
- दिल की धड़कन बढ़ना या कम होना।
- जोड़ों में दर्द और मांसपेशियों में जकड़न होना।
- नाखूनों का पतला होना व टूटना।
थायराइड का रामबाण इलाज : Thyroid treatment food in hindi
मुलेठी
जिन लोगों को थायराइड की समस्या होती है उन्हें थकान बहुत जल्दी होती है। ऐसे में मुलेठी का सेवन करना सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद तत्व थायराइड ग्रंथि को संतुलित बनाए रखते हैं।
मुलेठी में पाया जाने वाला प्रमुख घटक ट्रीटरपेनोइड ग्लेसिरिथेनिक थायराइड कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकता है। और थायराइड से लड़ने में मदद करने के साथ-साथ शरीर को ऊर्जा भी प्रदान करता है। इसलिए मुलेठी का सेवन नियमित करना थायराइड का रामबाण इलाज करने में लाभदायक होता है।
हल्दी
सौ बीमारियों की एक दवा है हल्दी, हल्दी में एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं जो थायराइड की समस्या से राहत दिलाने या थायराइड का रामबाण इलाज में काफी सहायक है। हल्दी में और भी बहुत से गुण पाए जाते हैं। जो थायराइड को कम करने में मदद करते हैं।
रोजाना एक गिलास गुनगुने दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर नियमित सेवन करना थायराइड ग्रंथि के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
हरा धनिया
धनिया के पौधे और बीज के अर्क में एंटी थायराइड गुण पाया जाता है। यह गुण धनिया में मौजूद फ्लेबोनोइड के कारण होता है। इसी कारण धनिया के बीज के साथ-साथ हरा धनिया को भी हाइपर थायराइड की समस्या में उपयोगी माना जाता है।
थायराइड के रोगी को सबसे पहले धनिया की पत्तियों को पीसकर इसका पेस्ट बनाकर इसको एक गिलास गुनगुने पानी में मिलाकर पीना लाभदायक होता है। इसका सेवन सुबह खाली पेट नियमित करना चाहिए।
आँवला चुर्ण और शहद
आंवला का सेवन थायराइड का रामबाण इलाज करने में एक कारगर औषधि है। आंवला चूर्ण और शहद के मिश्रण का सेवन करने से एक हफ्ता में ही थायराइड की समस्या में असर महसूस होने लगता है।
इसके लिए सुबह खाली पेट एक चम्मच शहद में 5 से 10 ग्राम आँवला चूर्ण मिक्स करके इसको चाट लेने से थायराइड में बहुत जल्दी लाभ मिलता है। इसका सेवन दोपहर बाद भी कर सकते हैं। इसके नियमित सेवन करने से थायराइड के साथ-साथ मोटापा की समस्या में भी लाभ होता है।
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अश्वगन्धा
अश्वगंधा में थायराइड ग्रंथि से निकलने वाले हारमोंस को संतुलित करने का गुण मौजूद होता है। इसमें एंटी ऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में होता है। यह रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत करता है।
रात को सोते समय एक चम्मच अश्वगंधा चूर्ण गाय के गुनगुने दूध के साथ नियमित सेवन करें और इसकी पत्तियों या जड़ को भी पानी में उबालकर पीने से लाभ मिलता है। अश्वगंधा हार्मोन के असंतुलन को दूर करता है।
अश्वगंधा पाउडर या कैप्सूल घर बैठे मंगवाने के लिए दिए गए बटन पर क्लीक करके मंगवा सकते है –
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अलसी के बीज
अलसी के बीज फैटी एसिड से भरपूर होते हैं जो दिल और थायराइड के लिए अच्छे होते हैं। और अलसी मैग्नीशियम और विटामिन B12 का भी अच्छा स्रोत होती है। जो हाइपोथायरायडिज्म (Hyperthyroidism) की समस्या में सहायक होता है। alsi ke beej का उपयोग इस समस्या में आराम दिलाता है।
अलसी में पर्याप्त मात्रा में ओमेगा-3 पाया जाता है। यह थायराइड के कार्य को नियंत्रित करने और थायराइड का रामबाण इलाज में मददगार है। इसलिए थायराइड और हार्ट के रोगियों को नियमित अलसी के बीज या बीज के चूर्ण का उपयोग करना लाभदायक होता है।
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थायराइड में क्या खाना चाहिए
- Thyroid के रोगियों को नियमित एक गिलास दूध का सेवन करना लाभदायक होता है। ऐसे रोगियों को आम, शहतूत, तरबूज और खरबूजे का सेवन करना चाहिए।
- खाने में दालचीनी, अदरक, लहसुन, सफेद प्याज और स्ट्रॉबेरी की पत्तियों का प्रयोग ज्यादा मात्रा में करना चाहिए।
- खाना पकाने में नारियल तेल का प्रयोग करना लाभदायक होता है।
- थायराइड के रोगी को लघु और सुपाच्य भोजन करना चाहिए। दलिया खिचड़ी का प्रयोग कर सकते हैं।
- इन रोगियों को सुबह 15 से 25 मिनट धूप लेनी चाहिए।
- थायराइड रोगी को सूर्य नमस्कार, सर्वांगासन, मत्स्यासन, नौकासन आदि योग करने लाभदायक होते हैं। और प्राणायाम में अनुलोम-विलोम और उज्जायी का प्रयोग करना चाहिए।
थायराइड में क्या नहीं खाना चाहिए
- इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को खाने में उन चीजों का परहेज करना चाहिए जो पचने में कठिन हो।
- थायराइड में ज्यादा ठंडे और खुश्क पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए।
- इस बीमारी में पालक, शकरकंदी, बंदगोभी, फूलगोभी, मूली, शलगम, मक्का, सोया, कैफ़ीन और रिफाइंड ऑयल का सेवन नहीं करना चाहिए।
- बासी खाद्य पदार्थ या जिनमें एडेड शुगर हो उनका सेवन नहीं करना चाहिए।
- बहुत ज्यादा खट्टे पदार्थ, मिर्च, मसाले, ज्यादा तैलीय पदार्थ आदि का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
- जंक फूड एवं प्रिजर्वेटिव युक्त आहार को नहीं खाना चाहिए।
- धूम्रपान अल्कोहल आदि नशीले पदार्थों से दूर रहना चाहिए इनका सेवन नहीं करें।
FAQ : थायराइड रोग को लेकर पूछे जाने वाले सवाल जबाब
Q 1. थायराइड को जड़ से खत्म कैसे करें ?
Ans इस का थायराइड का रामबाण इलाज करने के लिए अपने नियमित आहार में ऊपर बताई गई चीजों को शामिल करें और इसके अलावा आयोडीन युक्त भोजन, डेयरी प्रोडक्ट्स, मुलेठी, सोया आदि चीजों का उचित मात्रा में सेवन करना चाहिए जिससे शरीर का इम्यून सिस्टम मजबूत रहता है और थायराइड की समस्या से भी राहत मिलती है।
Q 2. थायराइड क्या है और इसके होने के कारण क्या है ?
Ans यह शरीर में आयोडीन की कमी से होने वाली बीमारी है। हाइपोथायरायडिज्म एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर पर्याप्त मात्रा में थायराइड हार्मोन नहीं बनाता है। यह हार्मोन शरीर में विकास, कोशिकाओं की मरम्मत और चयापचय (Metabolism system) को नियंत्रित रखने में मदद करते हैं। सही पोषक तत्वों और दवाओं का संयोजन थायराइड को नियंत्रित कर सकता है।
Q 3. थायराइड टेस्ट नार्मल कितना होना चाहिए ?
Ans इसका नॉर्मल टेस्ट रेंज 0.4 – 4.0 ml U/L के बीच होता है। यदि आपका TSH Test का स्तर 2.0 से ज्यादा है तो अंडरएक्टिव थायराइड यानी कि हाइपोथायरायडिज्म बढ़ने का खतरा होता है।
Q 4. हाइपो थायराइड में क्या नहीं खाना चाहिए ?
Ans इसमें सब्जियों में जैसे ब्रोकली, फूल गोभी, पत्ता गोभी आदि का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके अलावा सोयाबीन और इससे बनी चीजों का सेवन भी थायराइड के मरीजों को नहीं करना चाहिए। ब्रेड और पास्ता चावल का भी सेवन भी इस रोग में नुकसान दायक होता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
इस आर्टिकल में हमने जाना थायराइड क्या है इसके लक्षण, कारण और थायराइड का रामबाण इलाज क्या है तथा थायराइड में क्या खाएं और क्या नहीं खाना चाहिए। इस लेख के बारे में आपके कोई भी सवाल या सुझाव हो तो कमेंट में जरूर लिखें।
इस आर्टिकल में लिखी गई तमाम जानकारियों को सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है। अतः किसी भी सुझाव को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श अवश्य कर लेवें।
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-: लेख को अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद :-
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