अल्सरेटिव कोलाइटिस का घरेलू इलाज – Ulcerative colitis treatment Tips in hindi
आंतों में सूजन के सामान्य लक्षण होने के कारण कई बार इसका पता नहीं चलता है और धीरे-धीरे आंतों में सूजन की समस्या गंभीर बीमारी का रूप धारण कर लेती है। आंतों में सूजन का समय पर इलाज करवाना जरूरी होता है नहीं तो यह प्रॉब्लम खतरनाक बिमारियों का कारण बनती है।
निरोगी हेल्थ के इस आर्टिकल में जानते हैं आंतों में सूजन के लक्षण, कारण और घरेलू उपायो के बारे में जिनको आजमा कर इस समस्या Aanto me sujan से कुछ राहत पाने के साथ साथ इसे बढ़ने से रोका जा सकता है। आइए जानते हैं आंतों में सूजन के घरेलू उपाय |लक्षण|कारण| Aanto me sujan ka ilaj | in hindi
Table of Contents
- 1
- 2 आंतों में सूजन की समस्या क्या है (what is intestinal inflammatory in hindi)
- 3 आंतों में सूजन के प्रकार (Types of intestinal inflammation in hindi)
- 4 आंतों में सूजन के लक्षण (symptoms of intestinal inflammation in hindi)
- 5 आंतों में सूजन के कारण (inflammation in the intestine in hindi)
- 6 आंतों की सूजन में घरेलू उपचार (intestine inflammation disease treatment in hindi)
- 7 आंतों की सूजन में जीवन शैली में बदलाव
- 8 FAQ : आंतों की सूजन में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल जबाब
- 9 Q1 आंतों में सूजन हो तो क्या करना चाहिए ?
- 10 Q2 आंतों में गैस क्यो बनती है ?
- 11 Q3 आंतों को स्वस्थ और मजबूत रखने के लिए क्या करना चाहिए ?
- 12 Q4 आंतों में जमा मल कैसे निकले और सफाई कैसे करें ?
Table of Contents
- 1
- 2 आंतों में सूजन की समस्या क्या है (what is intestinal inflammatory in hindi)
- 3 आंतों में सूजन के प्रकार (Types of intestinal inflammation in hindi)
- 4 आंतों में सूजन के लक्षण (symptoms of intestinal inflammation in hindi)
- 5 आंतों में सूजन के कारण (inflammation in the intestine in hindi)
- 6 आंतों की सूजन में घरेलू उपचार (intestine inflammation disease treatment in hindi)
- 7 आंतों की सूजन में जीवन शैली में बदलाव
- 8 FAQ : आंतों की सूजन में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल जबाब
- 9 Q1 आंतों में सूजन हो तो क्या करना चाहिए ?
- 10 Q2 आंतों में गैस क्यो बनती है ?
- 11 Q3 आंतों को स्वस्थ और मजबूत रखने के लिए क्या करना चाहिए ?
- 12 Q4 आंतों में जमा मल कैसे निकले और सफाई कैसे करें ?
यह पाचन तंत्र में दीर्ध कालीन सूजन और अल्सर का कारण बनती है। अल्सरेटिव कोलाइटिस बड़ी आंत (कोलन) और मलाशय की अंदरूनी परत को प्रभावित करती है। इसके लक्षण खासतौर पर अचानक देखने के बजाय धीरे-धीरे विकसित होते हैं।
आंतों में सूजन की समस्या का घरेलू इलाज तो नहीं किया जा सकता लेकिन इसे बढ़ने से रोका जा सकता है। आइए जानते हैं आँतो में सूजन आने पर किन घरेलू नुस्खों से इसे कंट्रोल या कम किया जा सकता है।
आंतों में सूजन की समस्या क्या है (what is intestinal inflammatory in hindi)
Aanto me sujan एक गंभीर समस्या होती है। इसका समय पर इलाज करवाना जरूरी होता है। आंतो में सूजन को अल्सरेटिव कोलाइटिस (ulcerative colitis) कहा जाता है। यह इन्फ्लेमेटरी बाउल डिजीज का एक सामान्य प्रकार है।
अल्सरेटिव कोलाइटिस को नियंत्रित करने के लिए सबसे पहले अपने आहार से रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट को निकालना होगा क्योंकि इसके कारण आंतों में सूजन की समस्या बढ़ जाती है। लंबे समय तक आंतों में सूजन रहने के कारण आंत के कैंसर का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
आंतों में सूजन के प्रकार (Types of intestinal inflammation in hindi)
डॉक्टर के द्वारा अल्सरेटिव कोलाइटिस को प्रभावित जगह के अनुसार विभाजित किया जाता है जैसे
- अल्सरेटिव प्रॉक्टाइटिस
- प्रॉक्टोसिगमॉडाइटिस
- लेफ्ट साइडेड कोलाइटिस
- पैंकोलाइटिस
- एक्यूट सेवर अल्सरेटिव कोलाइटिस
आंतों में सूजन के लक्षण (symptoms of intestinal inflammation in hindi)
अल्सरेटिव कोलाइटिस के लक्षण इसकी गंभीरता और होने वाले स्थान पर निर्भर होते हैं इसके कुछ लक्षण के बारे में जानते हैं जैसे
- पेट में दर्द और ऐठन होना
- पेट मे मरोड़ उठना और दस्त लगना
- गुदा में दर्द के साथ कई बार रक्त स्राव का होना
- पाचन संबंधी समस्याएं उत्पन्न होना
- खाना खाने के बाद बार बार मल त्याग करने की इच्छा होना
- भूख कम लगना और वजन कम होना
- बार-बार थकान और बुखार होना
- हृदय की धड़कन का तेज होना
- इच्छा होने के बाद भी मल त्यागने में असमर्थता होना
आंतों में सूजन के कारण (inflammation in the intestine in hindi)
- रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होने के कारण
- अनुचित खान-पान और जीवनशैली के कारण
- नशीले पदार्थों व नशीली दवाओं के सेवन के कारण
- कील मुहांसों व एलर्जी जैसी बीमारियों की दवाओं के सेवन के कारण
- मैदा या मैदे से बनी वस्तुओं के ज्यादा सेवन के कारण
- धूम्रपान और वायु प्रदूषण के कारण
- विटामिन डी की कमी के कारण
आंतों की सूजन में घरेलू उपचार (intestine inflammation disease treatment in hindi)
एलोवेरा
एलोवेरा में एंटी इन्फ्लेमेटरी (सूजन रोधी) गुण भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इसलिए एलोवेरा का सेवन दर्द कम करने के साथ-साथ घाव भरने में भी किया जाता है और आंतों की सूजन घटाने में भी इसका सेवन करना लाभदायक माना जाता है।
आंतों की सूजन की समस्या से छुटकारा पाने के लिए नियमित तौर पर एलोवेरा के जूस का सेवन करना लाभदायक होता है।
यह पढ़ें ~ एलोवेरा के फायदे और नुकसान
पानी
आंतों में सूजन की समस्या में शरीर में पानी की कमी (डिहाइड्रेट) बहुत जल्दी हो जाती है। इसलिए आंतों में सूजन के रोगी को पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करना लाभदायक होता है। हमारे शरीर में आंत और किडनी दोनों मिलकर पानी की मात्रा को संतुलित रखती है।
आंत पानी और साल्ट को अवशोषित करती है इसलिए आंतों की समस्या होने पर दिन भर में थोड़ी-थोड़ी मात्रा में पानी या लिक्विड का सेवन करना लाभदायक होता है।
नारियल तेल
आंतों में सूजन की समस्या से राहत पाने के लिए नारियल का तेल काफी फायदेमंद होता है। नारियल तेल से बने भोजन को अपने आहार में शामिल करके इस समस्या से राहत पा सकते हैं।
नारियल तेल का उपयोग खाना बनाने में करने से पाचन तंत्र, कब्ज, डायरिया, गैस, सूजन से जुड़ी समस्याओं से राहत मिलती है। साथ ही यह आंत में इंफेक्शन और सूजन भी कम करता है।
अलसी
अलसी के तेल में काफी मात्रा में ओमेगा-3 पाया जाता है। जो आंतों की सूजन को कम करने में काफी सहायक होता है। अलसी का प्रयोग दर्द और सूजन कम करने में बहुत मददगार होता है।
इसके अलावा एक चम्मच अलसी के बीजों को रात भर पानी में भिगोकर छोड़ दें सुबह इन बीजों को चबाकर खाएं और ऊपर से पानी पी लें नियमित ऐसा करने से सूजन में राहत मिलती है।
ग्रीन टी
आंतों की सूजन को कम करने में ग्रीन टी व हर्बल टी अहम भूमिका निभाती है। इसमें एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी माइक्रोबियल गुण पाए जाते हैं।
ग्रीन टी का सेवन बहुत सी बीमारियों से निजात पाने में किया जाता है। इसका नियमित सेवन करने से आंतों के साथ-साथ पेट की समस्याओं से भी राहत मिलती है।
विटामिन डी
विटामिन डी आंतों की सूजन की समस्या के लिए काफी फायदेमंद होता है जो लोग इसका सेवन पर्याप्त मात्रा में करते हैं उनको आंतों व पेट की समस्या नहीं होती संतरे, नींबू आदि में विटामिन डी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसलिए नियमित इनका सेवन करना लाभदायक होता है।
आंतों की सूजन में जीवन शैली में बदलाव
- दिनभर तरल पदार्थों का सेवन करते रहें
- पोटेशियम युक्त खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों का सेवन करें
- अदरक आंतों के संक्रमण और पेट में दर्द की गंभीरता को कम करने में मददगार होती है इसलिए अदरक का किसी भी रूप में नियमित सेवन करें
- सेव का सिरका और तुलसी आंतों की सूजन कम करने और पेट की समस्याओं से राहत दिलाने में लाभदायक है
- दूध या दूध से बनी चीजों का सेवन कम करें
- सिगरेट और नशीले पदार्थों का सेवन न करें
- फास्ट फूड, जंक फूड, बर्गर, चाऊमीन आदि का सेवन ना करें
- दस्त, गैस, बदहजमी आदि समस्याओं को कम करने के लिए डेयरी प्रोडक्ट का सेवन करना कम या बंद कर दे।
- ज्यादा तेज मिर्च मसालेदार भोजन, शराब, कैफीन आदि का सेवन नही करना चाहिए।
- दिन में कई बार थोड़ा थोड़ा भोजन करें एक बार मे ज्यादा खाने से बचना चाहिए।
- आंतों की सूजन को कम करने में व्यायाम व योगासन बहुत ही प्रभावकारी होते हैं इसलिए नियमित व्यायाम करें।
इस समस्या आंतों की सूजन से राहत पाने के लिए लौंग या लौंग का तेल भी काफी मददगार होता है क्योंकि इसमें भरपूर मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट व एन्टी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो पेट की सूजन में आराम दिलाते है।
FAQ : आंतों की सूजन में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल जबाब
Q1 आंतों में सूजन हो तो क्या करना चाहिए ?
Ans इस की समस्या से बचने के लिए फैट युक्त खाद्य पदार्थ कम खाना चाहिए। नियमित दिन में थोड़ा थोड़ा भोजन और पानी का सेवन करना चाहिए फाइबर युक्त भोजन का सेवन भी सीमित मात्रा में करना उचित होता है। दूध या डेयरी उत्पाद का सेवन नहीं करना या कम मात्रा में करना लाभदायक होता है।
Q2 आंतों में गैस क्यो बनती है ?
Ans पेट में बड़ी आंत में गैस बैक्टीरिया के उत्तेजना करने पर बनती है फाइबर, स्टार्ट या शुगर जब छोटी आंत में पचती ना हो तो गैस की समस्या उत्पन्न होती है ।
Q3 आंतों को स्वस्थ और मजबूत रखने के लिए क्या करना चाहिए ?
Ans आंतों को स्वस्थ रखने के लिए खाने में प्रोटीन का सेवन अवश्य करना चाहिए। यह उत्तम स्वास्थ्य के लिए आवश्यक होता है। अपनी नियमित डाइट में फल, सब्जियों और सलाद का सेवन करनाआँतो के लिए लाभदायक होता है।
Q4 आंतों में जमा मल कैसे निकले और सफाई कैसे करें ?
Ans आंतों में जमी हुई गंदगी को निकालने के लिए नींबू पानी का नियमित सेवन करना चाहिए। इसके लिए सुबह खाली पेट गुनगुने पानी में नींबू का रस डालकर पिए और एक घंटा तक कुछ भी ना खाएं और ना ही पियें। ऐसा नियमित करने से आंतों की सफाई होती है।
इस आर्टिकल में लिखी गई तमाम जानकारियों को सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है अतः किसी भी सुझाव को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श अवश्य कर लेवें।
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